स्वास्थ्य

कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर पूरी शिद्दत के साथ जुटी हैं महिला पर्यवेक्षिका रचना कुमारी

– बेहतर कार्य को प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर की जा चुकी हैं सम्मानित
– परबत्ता बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्यरत हैं रचना कुमारी

खगड़िया-

कहा जाता है अगर किसी महिला में पूरी शिद्दत के साथ कार्य करने की चाह जाग जाए तो दुनिया में कोई ऐसा काम नहीं, जिसे वह नहीं कर सकती है। कुछ ऐसी सोच को साकार किया है जिले की परबत्ता बाल विकास परियोजना कार्यालय की एल एस (महिला पर्यवेक्षिका) के पद पर कार्यरत रचना कुमारी ने। रचना, ना सिर्फ सरकार द्वारा आईसीडीएस से संबंधित जनहित में संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी सामुदायिक स्तर पर लोगों तक पहुँचाने में सफल रही बल्कि, योग्य लाभार्थियों को लाभ दिलाने में भी हर संभव जरूरी मदद कर रही हैं । रचना की कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच का परिणाम यह है कि जिले में उनका नाम अच्छे कर्मियों के रूप में शुमार है। यही नहीं, बेहतर कार्य के लिए उन्हें प्रखंड से जिला स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। रचना, वर्तमान में जिले में संचालित पोषण माह को सफल बनाने के लिए कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर पूरी शिद्दत के साथ जुटी हुई हैं । इनके जिम्मे 05 पंचायतों के 71 ऑंगनबाड़ी केंद्रों की जिम्मेदारी है।

– बेहतर कार्य के लिए प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर की जा चुकी हैं सम्मानित :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, रचना हमेशा अपने कार्य के प्रति सजग और संकल्पित रहती हैं । सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही आईसीडीएस से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाओं से अधिकाधिक लोग लाभान्वित हों और सामुदायिक स्तर पर लोग जागरूक हों , इसके लिए वह हमेशा तत्पर रहती हैं । पोषण माह के दौरान रंगोली समेत अन्य कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उन्हें जिला स्तर पर महिला विकास निगम की ओर से डीएम के हाथों और प्रखंड स्तर पर सीडीपीओ के हाथों प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित और पुरस्कृत किया जा चुका है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना समेत विभाग से संबंधित अन्य कार्यों में भी उत्कृष्ट कार्य कर चुकी हैं ।

– ऑंगनबाड़ी केंद्र निरीक्षण के दौरान लोगों को भी करती हैं जागरूक :
एल एस रचना कुमारी विभागीय कार्यों की पूरी मुस्तैदी के साथ जिम्मेदारी तो निभा ही रही हैं इसके अलावा जब वह ऑंगनबाड़ी केंद्र निरीक्षण के लिए जाती तो उस दौरान संबंधित केंद्र के पोषक क्षेत्र के लोगों के साथ बैठक कर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देती हैं । साथ हीं इन योजनाओं से लाभ लेने के लिए प्रेरित करती हैं । नियमित टीकाकरण कराने, एनीमिया और कुपोषण मुक्त समाज निर्माण आदि के लिए भी जागरूक करती हैं । वह वर्तमान में पोषण माह का संदेश समाज के हर तबके के लोगों तक पहुँचाने के लिए लगातार क्षेत्र भ्रमण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को उचित पोषण की जानकारी उपलब्ध करा रही हैं । साथ ही लोगों को स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए पोषण के महत्व और उद्देश्य समेत तमाम जानकारियाँ भी दे रही हैं।

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