राज्य

कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या पर रोक के लिए प्रयास जारी

- कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष जोर, तेजी से हो रही जांच

 

– कोरोना मरीजों के लिए लगी हैं एएलएस व 19 एम्बुलेंस

बलियाः कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार प्रयास जारी है। सर्विलांस कार्य व कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष फोकस है, जिसके लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में टीमें लगाई गई है। पाॅजिटिव मिले मरीजों के सम्पर्क में आए लोगों की जांच भी युद्धस्तर पर की जा रही है। रोजाना करीब 1500 जांच की जा रही है। इसके अलावा होम आइसोलेशन व क्वारांटीन में रह रहे मरीजों की प्रतिदिन काउंसिलिंग कर उनके लक्षण आदि के बारे में जानकारी ली जा रही है। कोविड कमांड सेंटर से सभी गतिविधियों की प्रतिदिन समीक्षा की जाती है।
जिलाधिकारी एसपी शाही ने बताया कि कोरोना केे लिए कुल 19 एम्बुलेंस चिन्हित हैं जिनमें 17 ब्लाॅक स्तर पर तथा दो एम्बुलेंस शहर में लगी हैं। इसके अलावा दो एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम (एएलएस) से लैस एम्बुलेंस है, जो गंभीर मरीजों को आजमगढ़ ले जाने के लिए तैयार है। यह भी बताया कि जिले में चार कोविड केयर सेंटर संचालित है, जहां 426 बेड की उपलब्धता है।

प्रत्येक ब्लाॅक में तीन टीम, 6 टीमें शहरी क्षेत्र में कार्यरत

– जिलाधिकारी ने बताया कि पाॅजिटिव आने के बाद होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की काउंसिलिंग के लिए शहरी में 6 टीमें लगाई गई हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लिए हर ब्लाॅक में तीन टीमें लगी है। इन टीम को मुहल्ला या गांववार जिम्मेदारी दी जाती है, जहां ये जाकर मरीजों से लक्षण आदि के बारे में जानकारी लेते हैं। लक्षण के हिसाब से एल-1 फेसिलिटी सेंटर में भेजने पर भी यही टीम निर्णय लेती है। काउंसिलिंग के दौरान दवा की एक किट, जिसमें विटामिन की गोलियां भी होती है, मरीजों को दी जाती है।
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बाढ़ से सबसे ज्यादा बांसडीह तहसील प्रभावित, राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी

– फिलहाल 34 गांवों में 28 हजार आबादी है बाढ़ से प्रभावित

– राहत को 17 बाढ़ चौकी, 19 शरणालय व 150 नाव उपलब्ध

बलियाः जिले में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से फिलहाल कुल 34 गांवों की 28 हजार की आबादी प्रभावित है। इसमें बांसडीह तहसील के 26 गांव तथा बेल्थरा तहसील के 6 गांव हैं। जिलाधिकारी एसपी शाही ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री के पैकेट व तिरपाल का वितरण हर जरूरतमंदों में किया जा रहा है। अब तक चार हजार से अधिक पैकेट व 150 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। कुल 15 मेडिकल टीम भी प्रभावित इलाकों में तैनात है। हर अस्पताल पर जीवनरक्षक दवाएं व इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए सीएमओ को निर्देश दिए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर एक एनडीआरएफ की एक टीम जिले में है, जो बैरिया तहसील क्षेत्र में रूकी है। इसके अलावा जिले में 17 बाढ़ चौकी व 19 शरणालय संचालित हैं, जिसमें 307 लोग रह रहे हैं। राहत व बचाव कार्य के लिए जिले में कुल 150 नाव है, जिसमें बांसडीह तहसील क्षेत्र में ज्यादातर नावें लगी हैं।
डीएम श्री शाही ने बताया कि अब तक 110 कुंतल भूषा का वितरण होने के साथ 2296 पशुओं का उपचार किया गया है। दस हजार से अधिक पशुओं का टीकाकरण हुआ है। पशु विभाग की टीम प्रभावित इलाकों में तैनात हैं। जिलाधिकारी स्वयं प्रतिदिन समीक्षा कर इस पर नजर बनाए हुए हैं।

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