कामनवेल्थ सचिवालय ने मनाई अपनी ५५ वीं वर्षगांठ
संसार भर के कई हस्तियों ने ज़ूम पर हिस्सा लेकर वर्षगांठ मनाई
नयी दिल्ली – कामनवेल्थ सचिवालय ने बीते एक जुलाई को अपनी ५५ वीं वर्षगांठ मनाई I संसार भर की कई हस्तियों ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कामनवेल्थ सचिवालय द्वारा किये गए कार्यों को याद किया और कोविद १९ महामारी से निपटने में कामनवेल्थ देशों को मिलकर पूरी ताकत लगा देने पर जोर
दिया गया I
इस अवसर पर बोलते हुए कॉमनवेल्थ के महासचिव होनोरेबल आर टी बैरोनेस पैट्रिसिआ स्कॉटलैंड क्यू सी ने कहा कि बीते पचपन सालों में कामनवेल्थ देशों ने तूफ़ान, सूखे और लड़ाईओं की तमाम विपदाएं झेली हैं I आपदाओं से निपटने में हम सब मिलकर मुकाबला कर पाए हैं I उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू के भाषण का उल्लेख करते हुए कहा की भारत की आज़ादी के समय उन्होंने कोम्मोंवेअल्थ की भूमिका पर प्रकाश डाला था I भारत के प्रयास से ही कॉमनवेल्थ सचिवालय १९६५ में अपने अस्तित्व में आया था I भविष्य में भी भारत की नेतृत्व क्षमता व सहयोग से व्यापर, शिक्षा के विकास में आने वाली चुनौतियों से मुकाबला करने में कामयाब हो पाएंगे I सुश्री स्कॉटलैंड ने कहा की जलवायु परिवर्तन ने हमारे सारे समीकरण को बदल कर रख दिया है I हमारी आने वाली चुनौतियों से हमें मिलकर लड़ना होगा I उन्होंने कहा की कोविद १९ महामारी ने पुरे विश्व को तबहा कर दिया है I इसके प्रभाव से आर्थिक एवं सामाजिक बदलाव हो रहे हैं I लेकिन जिस तरह से कामनवेल्थ ने अपने शुरुवात के वर्षों में हर चुनौतियों का सामना किया था, उसी तरह सब देश मिलकर इस महामारी के प्रभाव को भी कम कर देंगे I
सम्मलेन में हिस्सा लेते हुए शांति दूत प्रेम रावत ने कहा कि कामनवेल्थ के लिए यह ज़रूरी है कि सभी मिलकर शांति और समृद्धि के लिए प्रयास करें. मिलकर काम करने से कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर लेंगे I
सम्मलेन में विभिन्न देशों के प्रमुख, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात विचारको और बुद्धिजीविओं ने अपने विचार रखें I लेखक और अंतराष्ट्रीय वक्ता श्री प्रेम रावत ने कहा कि कामनवेल्थ की महासचिव ने अपने संबोधन में उल्लेख किया है कि शांति और समृद्धि उसकी प्रस्तावना में हैं I यह तभी संभव है जब कामनवेल्थ व हर नागरिक इसके लिए प्रयास करे I उन्होंने कहा हम सभी मिलकर कोरोना महामारी से उभर पाएंगे I इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी भाई और बहने अपनी अपनी क्षमता का इस्तेमाल करें, एक नया संसार इंतज़ार कर रहा है जिसमे सुख, शांति और समृद्धि होगी I इसके लिए सभी को पहल करनी होगी I
प्रोफेसर प्रजापति ने प्रेम रावत जी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ५३ वर्षों से भी ज्यादा समय से विश्व भर में शांति के लिए अथक प्रयास किये हैं I
सम्मलेन का आयोजन फैंड्स ऑफ कामनवेल्थ सेक्रेट्ररीएट समूह ने किया था, जिनका विश्वास है कि कामनवेल्थ देशो के संगठन में सचिवालय सभी के लिए एक अहम् भूमिका निभा रहा है I फ्रेंड्स ऑफ़ कामनवेल्थ सेक्रेटेरिएट के सदस्य अस वाई क़ुरैशी ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया I कुरैशी भारत के भूतपूर्व निर्वाचन आयुक्त रह चुके हैं I पूर्व गृहसचिव एवं भारत के एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज के चेयरमैन श्री के पद्मनाभा, महेंद्र एंड महेंद्र ग्रुप के पूर्व प्रेजिडेंट श्री राजीव दुबे, FICCI के पूर्व सचिव डॉ अलवीन दीदार सिंह, पूर्व कृषि सचिव श्रीमती राधा सिंह, वर्ल्ड बैंक के पूर्व अर्थशाष्त्री प्रोफेसर प्रजापति त्रिवेदी ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे I
कामनवेल्थ में दुनिया के ५४ देश शामिल हैं और २.४ अरब लोगों का प्रतिनिधित्व ये संगठन करता है भारत इस संगठन का धुरी है I