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लॉक-डाउन में महावीर मन्दिर ने 54 लाख रु. से अधिक का अन्न दान किया
इस अवधि में कुल 2,42,435 लोगों को भोजन कराया गया है।
लॉक-डाउन अवधि में महावीर मन्दिर न्यास ने प्रवासी श्रमिकों के लिए 70,357 पका हुआ फूड पैकेट (महावीर रसोई) पटना जिला प्रशासन को उनके द्वारा बतायी गयी संख्या एवं भोज्य सामग्री के अनुसार दिया है। इसके अतिरिक्त महावीर मन्दिर न्यास ने अयोध्या जनपद के प्रवासी श्रमिकां को 79,083 राम रसोई फूड पैकेट जिला प्रशासन के सहयोग से बाँटा है। इसमें जीरा पुलाव और आलूदम दिया गया। इस अवधि में पटना कैंसर अस्पताल में मरीजों को मेनू के अनुसार 1,00,650 थालियाँ तथा उनके साथ शूश्रूषा में रह रहे व्यक्तियों को 92,345 थालियाँ भोजन के लिए उपलब्ध करायी गयी हैं। इस प्रकार, इस अवधि में कुल 2,42,435 लोगों को भोजन कराया गया है।
यदि एक व्यक्ति के भोजन पर औसतन 20 रु. का भी खर्च जोड़ा जाये, तो यह राशि 48,48,700=00 रु. यानी अड़तालीस लाख अड़तालीस हजार, सात सौ रुपये की होती है।
इसके अतिरिक्त, महावीर मन्दिर ने पटना जिला प्रशासन को 620 बैग सामान जिसमें चावल, दाल, आटा, नमक और तेल सौंपा है, जिसका मूल्य 4,11,590=00 रु. चार लाख है। इसी प्रकार, सीतामढ़ी में, जहाँ सीता रसोई चलती है, महावीर मन्दिर न्यास ने 300 बैग सामान सीतामढ़ी जिला प्रशासन को दिया है। इसका मूल्य 1,50,000=00 रु. (डेढ़ लाख) रुपया है।
इस तरह, महावीर मन्दिर न्यास ने कोरोना-वायरस के कारण लॉक-डाउन अवधि में अन्न दान पर कुल 54,10,290=00 यानी (चौवन लाख दस हजार दो सौ नब्बे) रुपये का खर्च उत्साह पूर्वक किया है। लॉक डाउन प्रारम्भ होने के प्रारम्भ में ही महावीर मन्दिर न्यास ने मुख्यमन्त्री राहत कोष में एक करोड़ की सहायता राशि का सहयोग किया था। इस प्रकार, अब तक एक करोड़ 54 लाख की राशि का सहयोग किया गया है।
महावीर मन्दिर न्यास ने पटना जिला प्रशासन को महावीर रसोई, अयोध्या जनपद प्रशासन को राम-रसोई तथा सीतामढ़ी जिला प्रशासन को सीता रसोई वितरित करने की अनुमति देने के लिए धन्यवाद दिया है और उन्हें यह भी आश्वस्त किया है कि भविष्य में भी यदि आवश्यकता पड़ेगी, तो महावीर मन्दिर न्यास सहर्ष सहयोग करेगा। कोरोना-वायरस के संग्राम में अन्न दान का संचालन महावीर मन्दिर के नैवेद्यम विभाग के प्रमुख आर- शेषाद्री तथा पर्यवेक्षण महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल एवं ट्रस्टी श्री बी.एस. दूबे के द्वारा किया गया है।