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आवश्यक हो तभी घर के बाहर निकलें बुजुर्ग

-संजय तिवारी, बलिया

बलिया, 17 सिंतबर 2020
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुये बुजुर्गों का ख्याल रखना जरूरी है। वहीं बदलते मौसम में भी इस स्थिति में और भी ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। इन दिनों बुजुर्गों की सेहत के प्रति लापरवाही उन्हें परेशानी में डाल सकती है। आमतौर पर बुजुर्गों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेन्द्र कुमार ने दी। उन्होने बताया कि बदलते मौसम में बुजुर्गों को सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है जिन बुजुर्गों की दवा चल रही है, उन्हें अपनी दवाईयां समय से लेने की जरूरत है और अपने डॉक्टर के संपर्क में रहने की जरूरत है।
डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिये जरूरी है कि वह घर पर ही रहें। घर के सदस्य बुजुर्गों का खास ख्याल रखें और उनकी देखभाल करें। बुजुर्ग अक्सर अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं। ज्यादातर लोग तरह-तरह की मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोरोना का लोगों के दिल-दिमाग पर असर पड़ रहा है। इसलिए इस समय बुजुर्गों को अकेला नहीं छोड़ें। उनके साथ समय बिताएं। उनसे बातचीत करें। जहां तक संभव हो सके, कोरोना की चर्चा करने से बचें। ऐसी बातें करें जिनसे हंसी-खुशी का माहौल बने।
खान-पान का रखें ध्यान एवं साफ-सफाई का रखें ध्यान :
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना जरूरी है। इसलिए बुजुर्गों के खान-पान का खास तौर पर ध्यान रखें। उन्हें पौष्टिक और आसानी से पचने वाली चीजें खाने को दें। मौसमी फलों के साथ जूस, सूप और हर्बल टी भी पीने के लिए दें। बुजुर्गों के कपड़ों, चादरों और दूसरी चीजों की साफ-सफाई ठीक से करें। उन्हें सैनेटाइजर के इस्तेमाल के फायदे के बारे में बताएं। अगर वह बाथरूम या सिंक तक आसानी से जा सकते हैं तो बेहतर होगा कि साबुन से हाथ धोएं। बुजुर्ग साफ-सफाई को लेकर खुद ही सजग रहते हैं, इसलिए इस मामले में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। यदि वह छींकते और खांसते हैं तो उस दौरान मुंह पर रखे जाने वाले कपड़े की ठीक से सफाई करें।
जरूरी दवाइयों का इंतजाम करें और कहें कि घर पर ही टहलें:
अक्सर बुजुर्गों को हृदय रोग, बीपी, डायबिटीज जैसी समस्याओं के लिए दवाइयां नियमित तौर पर लेनी पड़ती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि उनकी दवाइयां कहीं खत्म तो नहीं हो गई हैं। खत्म होने से पहले ही उनकी दवाइयां ला कर रखें और इस पर ध्यान दें कि वह समय से दवा ले रहे हैं या नहीं। टहलना, व्यायाम करना और फिजिकल एक्टिविटी हर किसी के लिए जरूरी है। बुजुर्ग लोग लॉकडाउन की वजह से बाहर नहीं जा रहे हैं तो उन्हें घर में ही टहलने या हल्के-फुल्के व्यायाम करने के लिए कहें। परिवार के सदस्य खाली समय में उनके साथ छत पर टहलें।

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