स्वास्थ्य

इंद्रधनुष अभियान : जिले में 02 मई से शुरू होगा साप्ताहिक नियमित टीकाकरण का तीसरा राउंड 

– टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर जिले में बनाएं गए 300 सेशन साइट 
– शिविर आयोजित कर 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को किया जाएगा टीकाकृत 

लखीसराय, 30 अप्रैल।
जिले में 02 मई से साप्ताहिक इंद्रधनुष अभियान का तीसरा राउंड शुरू होगा। जिसका समापन 08 मई को होगा। इस दौरान जिले में चयनित एवं चिह्नित सेशन साइटों पर शिविर आयोजित कर गर्भवती एवं बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जाएगा। अभियान की सफलता को लेकर करीब-करीब सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है। ताकि अभियान की शुरुआत होने के बाद किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और सभी लाभार्थी सुविधाजनक तरीके से टीकाकरण करा सके। अभियान के सफल संचालन के लिए जिले में भर में 300 सेशन साइट बनाएं गए हैं । सभी साइटों पर व्यापक तैयारियाँ और पर्याप्त कर्मियों की तैनाती की गई है। 

– जिले के 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को किया जाएगा टीकाकृत : 
डीआईओ सह एसीएमओ डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया, साप्ताहिक नियमित टीकाकरण  अभियान की सफलता को लेकर सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है। जिले भर में चयनित 300 सेशन साइटों पर 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को टीकाकृत किया जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, गर्भवती और बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी है। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा तथा बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। इसलिए, मैं जिले के तमाम ऐसे लाभार्थियों से अपील करता हूँ कि जो नियमित टीकाकरण नहीं करा पाएं हैं, वह अपने नजदीकी शिविर स्थलों पर जाकर निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। 
– टीका से छूटे गर्भवती और बच्चों का प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा नियमित टीकाकरण : 
02 मई से जिले में शुरू होने वाले साप्ताहिक नियमित टीकाकरण के तीसरे राउंड के दौरान टीका से छूटे गर्भवती और बच्चों को जागरूक कर प्राथमिकता के आधार पर टीकाकृत किया जाएगा। इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश निर्देश दिए गए हैं। ताकि छूटे सभी लाभार्थी टीकाकृत हो सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। 

– गंभीर बीमारियों से बचाव करता है नियमित टीकाकरण : नियमित टीकाकरण का आयोजन जिले के सभी ऑगनबाड़ी केंद्रों पर होता है। जिसके माध्यम से शून्य से पाँच वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) का टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है।

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