स्वास्थ्य

बरौनी डेयरी में चलाया गया एमडीए अभियान, कर्मियों को कराया गया फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन 

  – फाइलेरिया उन्मूलन • स्वास्थ्य विभाग और पीसीआई के सहयोग से चलाया गया अभियान

 – भूखे पेट नहीं खाएं दवा और स्वास्थ्य कर्मियों के सामने में करें दवाई का सेवन  

बेगूसराय-

 फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है और सजग है। जिसे सार्थक रूप देने जिले के तमाम पदाधिकारी और कर्मी हर स्तर पर लगातार प्रयासरत है। जिले में 10 फरवरी से ही सघन एमडीए अभियान चल रहा है। जिसके तहत अभियान में शामिल स्वास्थ्य टीम जहाँ घर-घर जाकर आमजनों को फाइलेरिया से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल, आइवरमेक्टीन और डीईसी की दवा का सेवन करा रही है। वहीं, जिले के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में भी स्वास्थ्य टीम दस्तक दे रही है और पदाधिकारियों एवं कर्मियों को भी दवाई का सेवन करा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक संजय कुमार, बीसीएम रानी कुमारी एवं पीसीआई के जिला समन्यवायक समन्वयक मारुति नंदन के नेतृत्व में सुधा डेयरी बरौनी में बूथ लगाकर डेयरी कर्मियों को स्वास्थ्य टीम द्वारा दवा का सेवन कराया गया। कार्यक्रम का उदघाटन सुधा डेयरी के प्रबंधक हेमेद्र कुमार दवा खाकर किया। साथ ही उन्होंने बताया कि यहां कुल 475 कर्मी कार्यरत है, जिसमें तकरीबन 300 कर्मी पहली बार फाइलेरिया रोधी का दवा सेवन कर रहे है।  – फाइलेरिया से बचाव के लिए लगातार 05 वर्षों तक दवाई का सेवन जरूरी : बरौनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. संतोष कुमार ने बताया, फाइलेरिया से बचाव के लिए 05 वर्षों तक दवाई का सेवन जरूरी है। जो व्यक्ति लगातार 05 वर्षों तक दवाई का सेवन करेंगे, उन्हें फाइलेरिया होने की संभावना नहीं के बराबर रहती है, अर्थात वह फाइलेरिया के प्रभाव से स्थाई रूप से सुरक्षित रहता है। इसलिए, मैं सभी लोगों से अपील करता हूँ कि इस विकृत बीमारी से बचाव के लिए निश्चित रूप से दवाई का सेवन करें। वहीं, उन्होंने बताया, डब्ल्यूएचओ के अनुसार फाइलेरिया दुनिया भर में दीर्घकालिक विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है। यह संक्रमण, जो आमतौर पर बचपन में होता है, लसीका प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है और अगर इलाज नहीं किया जाता है, तो शरीर के अंगों में असामान्य सूजन हो जाती है। इसलिए, बचाव का एकमात्र विकल्प और सबसे बेहतर उपाय है, दवाई का सेवन।  – भूखे पेट दवा नहीं खाएं दवा और स्वास्थ्य टीम के सामने में दवाई का करें सेवन : पीसीआई के जिला समन्वयक मारुति नंदन ने बताया कि बताया, फाइलेरिया से बचाव के लिए जिले में चल रहे एमडीए अभियान के तहत लगातार स्वास्थ्य टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को दवाई का सेवन कराई जा रही है। एक भी व्यक्ति दवाई का सेवन से वंचित नहीं रहे, इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को चिन्हित कर दवाई खिलाई जा रही है। भूखे पेट किसी भी कीमत पर दवा नहीं खाएं और हर हाल में स्वास्थ्य टीम के सामने में ही दवाई का सेवन करें। ताकि दवाई का सेवन के पश्चात अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक परेशानी हो तो, तुरंत जरूरी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके।

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