स्वास्थ्यकर्मी अपने सामने ही खिलाएंगे अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा

-दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार व गर्भवती महिलाओं को नहीं खिलाई जाएगी दवा
-जिले में 10 फरवरी से शुरू हो रहा है एमडीए अभियान, अभियान की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
बांका, 25 जनवरी-
जिले में 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 14 दिनों तक चलेगा। सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का मेगा लॉन्च पूरे देश में एक साथ होगा। इस दौरान जिले के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। इसकी सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर ही रहा है। साथ ही अभियान के दौरान बहुत सी बातों का ख्याल भी रखा जाएगा। जैसे कि स्वास्थ्यकर्मी अपने सामने ही लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाएंगे। घर का कोई सदस्य छूट नहीं जाए, इस बात का भी ध्यान रखेंगे। प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ० योगेंद्र प्रसाद मंडल कहते हैं कि दरअसल, अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए दवा की अलग डोज है। जैसे कि दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जाएगी। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जाएगी। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। अभियान के दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाना है। यही वजह है कि स्वास्थ्य कर्मी अपने सामने ही लोगों को दवा खिलाएंगे।
बनाया जा रहा माइक्रो प्लानः जिले में एमडीए अभियान की सफलता को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है। स्वास्थ्य विभाग एक-एक बात पर ध्यान दे रहा है। कोई भी व्यक्ति छूट न जाए, इसे लेकर विशेष तौर पर तैयारी की जा रही है। इस बार माइक्रो प्लान भी डिजिटल बनाया जा रहा है। इससे भी अभियान को सफल बनाने में मदद मिलेगी। आशा कार्यकर्ता घर के सदस्यों के एक-एक लोगों का नाम अपने पास रखेंगी। इससे सभी तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: आऱिफ इकबाल, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकरी ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ सफाई करना चाहिए।
फाइलेरिया से शरीर के खासकर चार अंग होते हैं प्रभावितः आरिफ इकबाल ने बताया कि फाइलेरिया मुख्यतः मनुष्य के शरीर के चार अंगों को प्रभावित करता है। जिसमें पैर, हाथ, हाइड्रोसील एवं महिलाओं का स्तन शामिल हैं । हाइड्रोसील के अलावा फाइलेरिया संक्रमित अन्य अंगों को ऑपरेशन के द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता है। संक्रमित व्यक्ति को सामान्य उपचार के लिए किट उपलब्ध कराई जाती है, जबकि हाइड्रोसील फाइलेरिया संक्रमित व्यक्ति को मुफ्त ऑपरेशन की सुविधा मुहैया कराई जाती है।