स्वास्थ्य

फाइलेरिया उन्मूलन • जिले में एमडीए अभियान की सफलता को लेकर स्कूली बच्चों को किया गया जागरूक

– पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क से फाइलेरिया उन्मूलन को गति देने में मिलेगा सहयोग
– परबत्ता के हाईस्कूल करना के बच्चों को किया गया जागरूक

खगड़िया, 25 नवंबर-

फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले भर में शुरू होने वाले एमडीए अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग अभी से आवश्यक और जरूरी तैयारी में जुट गया है। ताकि शुरू होने वाले अभियान की जानकारी सामुदायिक स्तर पर पहुँच सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। इसी कड़ी में हाईस्कूल करना (परबत्ता) के स्कूली बच्चों को जागरूक किया गया। इस दौरान फाइलेरिया के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी दी गई और एमडीए अभियान के दौरान अपने-अपने माता-पिता को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर हाईस्कूल के प्राचार्य अजीत सिंह समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिका और स्कूली बच्चे मौजूद थे।

– फाइलेरिया से बचाव के लिए दी गई आवश्यक और जरूरी जानकारी :
हाईस्कूल के प्राचार्य अजीत सिंह ने बताया, जागरूकता के दौरान स्कूली बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। जिसके दौरान बताया गया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानी बरतनी है। इसके कारण और लक्षण समेत अन्य जरूरी जानकारी दी गई। साथ ही फाइलेरिया होने पर क्या करना चाहिए समेत अन्य जानकारी दी गई। इससे बचाव के लिए दवाई का सेवन और साफ-सफाई का ख्याल रखने को लेकर भी बच्चों को जागरूक किया गया।

– पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क से फाइलेरिया उन्मूलन को गति देने में मिलेगा सहयोग :
भीबीडीएस मनीष कुमार ने बताया, फाइलेरिया उन्मूलन को गति देने के लिए पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क बनाया जा रहा है। जिसमें संक्रमित मरीजों को शामिल कर उन्हें इलाज समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा और सामुदायिक स्तर पर लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। इस नेटवर्क का जिले में शुरू होने वाले एमडीए अभियान में भी सहयोग लिया जाएगा।

– फाइलेरिया से प्रभावित अंग का विशेष देखभाल और साफ-सफाई जरूरी :
भीबीडीएस मनीष कुमार ने बताया, फाइलेरिया से प्रभावित अंग का विशेष देखभाल और साफ-सफाई का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। फाइलेरिया संक्रमित होने पर व्यक्ति को हर महीने एक-एक सप्ताह तक तेज बुखार, पैरों में दर्द, जलन, के साथ बेचैनी होने लगती है। एक्यूट अटैक के समय मरीज को पैर को साधारण पानी में डुबाकर रखना चाहिए या भीगे हुए धोती या साड़ी को पैर में अच्छी तरह लपेटना चाहिए।

– फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसील (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।

– फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
– सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
– घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
– अल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।

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