लॉकडाउन में आशाओं को बेहतर कार्य के लिए शासन ने दी प्रोत्साहन राशि
जनपद की 2836 आशा एवं 119 आशा संगिनी को मिलेगा लाभ
बलिया हॉटलाइन संबाददाता संजय कुमार तिवारी की रिपोर्ट
बलिया 15 जून 2020
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान फ्रंट लाइन वर्कर्स आशा व आशा संगिनी के काम को सरकार ने सराहा है । इन सभी कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में अपने कर्तव्य का निर्वहन बेहद अच्छी तरह से किया है जिसको देखते हुए शासन ने इंसेंटिव (प्रोत्साहन राशि) देने का निर्णय लिया है । मार्च 2020 से लेकर जून तक जिले की 2836 आशा व 119 आशा संगिनी को भुगतान किया जाना है। सरकार की इस पहल का आशा संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया है ।
वंदना गुरनानी, अपर सचिव एवं मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पत्र जारी कर सूचित किया है कि कोविड-19 नियंत्रण के लिए प्रति आशा 1000 रुपये प्रति माह के हिसाब से मार्च 2020 से लेकर जून 2020 तक अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है । इसके साथ ही शहरी आशा और आशा संगिनियों को भी प्रतिमाह 500 रुपये के अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है ।
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) पुष्पेंद्र सिंह शाक्य ने ने बताया कि जिले में 2836 आशा कार्यरत हैं । इसके अतिरिक्त जिले में 119 आशा संगिनी भी अपनी सेवाएं दे रही हैं । जिले में अभी तक 58.51 लाख का भुगतान विभाग द्वारा किया जा चुका है । उन्होने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते खतरे के दौरान में इन कार्यकर्ताओं ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर प्रवासी और अप्रवासी मजदूरों और लोगों का सर्वे किया और उन्हें कोरेंटाइन करवाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं को कई क्षेत्रों में विरोध का सामना भी करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर अपना कर्तव्य को निभाया जो कि बेहद प्रशंसनीय है। उन्होने बताया कि
यह कहना है फ्रंटलाइन वर्कर का…..
ब्लाक – बांसडीह ग्राम सारंगपुर की आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा और आशा संगिनी बेबी देवी ने बताया कि सरकार द्वारा जो कोविड-19 प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया है। इससे आशाओं और आशा संगिनी में खुशी की लहर दौड़ गई है। साथ ही काम करने में मनोबल भी बढ़ा है।