रेलवे ने 30 जून तक की बुकिंग कैंसिल की, सिर्फ स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही रहेगी जारी
यात्रियों को पूरा पैसा रिफंड होगा
नई दिल्ली: 30 जून तक ट्रेन की सभी बुक हुए ट्रेन टिकट कैंसिल कर दिए हैं। हालांकि श्रमिक स्पेशल और स्पेशल ट्रेन की पहले की तरह आवाजाही जारी रहेगी । एक तरह से इस फैसले को माना जा रहा है कि 30 जून तक ट्रेनों की सामान्य सेवा बहाल नहीं होगी। आमतौर पर ट्रेन के टिकट 120 दिन पहले तक बुक किए जा सकते हैं। ऐसे में लॉकडाउन से पहले ही कई टिकट बुक किए जा चुके थे।
रेलवे के मुताबिक अगले आदेश तक मेल/एक्सप्रेस, पैसेंजर और सबर्वन सर्विसेस को रद्द कर दिया गया है। हालांकि रेलवे इसका यात्रियों को पूरा पैसा रिफंड करेगा। उधर, रेलवे ने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग में 13 मई से सभी यात्रियों का डेस्टिनेशन एड्रेस लेना भी शुरू किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में मदद मिल सके। रेलवे ने यह भी बताया कि अगले सात दिन के लिए स्पेशल ट्रेनों में 2.34 लाख यात्रियों ने टिकट की बुकिंग की है। इससे 45.30 करोड़ रुपए का रेवेन्यु मिला है।
- एसी स्पेशल ट्रेन चलाने के बाद रेलवे जल्द ही मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी शुरू कर सकता है। रेलवे द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड द्वारा बुधवार को जो आदेश जारी किया गया है। उसके मुताबिक, 22 मई से स्पेशल एसी के साथ ही दूसरी ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट वाले टिकट जारी किए जाएंगे।
- हालांकि, RAC वाले टिकट अभी जारी नहीं होंगे। रेलवे ने फर्स्ट एसी में 20 और स्लीपर में अधिकतम 200 तक वेटिंग तक टिकट बुक कराने की मंजूरी दी है। इसके साथ एसी चेयर कार, एग्जीक्यूटिव क्लास, सेकंड एसी और थर्ड एसी में भी वेटिंग टिकट बुक कराए जा सकेंगे। नई व्यवस्था 15 मई से बुक होने वाले टिकट पर लागू होगी।
कोरोना संक्रमित की टिकट की पूरी राशि को रेलवे रिफंड करेगा
- रेलवे द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के अनुसार, कोरोना के लक्षण की वजह से जिन लोगों को ट्रेनों में यात्रा करने से रोका जाएगा, उन्हें रेलवे टिकट की पूरी राशि रिफंड करेगा। इस संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है। इसके मुताबिक, कंफर्म टिकट वाले यात्री में अगर स्क्रीनिंग के दौरान कोविड-19 के लक्षण नजर आते हैं। जैसे तेज बुखार, खांसी तो उसे यात्रा की अनुमति नहीं होगी। इस सूरत में उसका टिकट रद्द कर दिया जाएगा और रेलवे पूरा पैसा लौटाएगी।
- वहीं, ग्रुप टिकट में अगर कोई एक मुसाफिर यात्रा के लिए अनफिट पाया जाता है और उस पीएनआर नंबर पर यात्रा करने वाले दूसरे लोग भी ट्रैवल नहीं करना चाहते हैं तो उस सूरत में भी रेलवे टिकट का पूरा पैसा लौटाएगा।