स्वास्थ्य

फाइलेरिया उन्मूलन: लोग दवा खाने के लिए खुद आगे आ रहे हैं

– जिले में तेज हुआ एमडीए का सेकेंड राउंड अभियान
– घर-घर जाकर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को खुद के सामने खिलाई जा रही है अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली
– 05 अक्टूबर से पूरे जिले में चल रहा है सेकेंड राउंड अभियान

खगड़िया, 07 अक्टूबर| परबत्ता की आशा कार्यकर्ता किरण देवी एमडीए अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को दवाई का सेवन करा रही हैं| वह बताती हैं कि इस दौरान सभी लोगों का काफी सहयोग मिल रहा है। लोग दवा खाने के लिए खुद आगे आ रहे हैं, जो सबसे अच्छी बात है। इससे ना सिर्फ अभियान को गति मिल रही है बल्कि, हमलोगों को भी काफी सहयोग मिल रहा है। दरअसल जिले में नियमित तौर पर संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भेंट की तर्ज पर घर-घर जाकर लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जा रही है| साथ हीं इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
अभियान को तेज गति देने के लिए आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं
खगड़िया जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर एमडीए(मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान के दूसरे चरण की गति तेज कर दी गई है। ताकि हर हाल में निर्धारित समयावधि के अंदर अधिकाधिक लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन करा लिया जाए ताकि अभियान सफल हो सके। जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार एवं डीभीबीडीसी बबलू सहनी भी अभियान की सफलता को लेकर लगातार संबंधित कर्मियों से नियमित रूप से अपडेट ले रहे हैं |साथ हीं अभियान को तेज गति देने के लिए आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।
– कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ एवं तय मानकों के अनुसार खिलाई जा रही है दवा :
जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीएमओ) डॉ विजय कुमार ने बताया, अभियान को हर हाल में पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए जिले में लगातार एमडीए अभियान चल रहा है। जिसके दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन के साथ एवं तय मानकों के अनुसार सुपरवाइजर के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा योग्य व्यक्तियों को दवा खिलाई जा रही है। वहीं, उन्होंने बताया, हर हाल में अभियान की सफलता एवं शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक दिन जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से दैनिक रिपोर्ट ली जा रही है। ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहे, इसका अवलोकन किया जा सके और अवलोकन के पश्चात जरूरी पहल की जा सके।
– सामुदायिक स्तर पर लोगों का मिल रहा है सकारात्मक सहयोग :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, अभियान के दौरान जिले के सभी प्रखंडों में स्थानीय लोगों का भी सामुदायिक स्तर पर सकारात्मक सहयोग मिल रहा है एवं सभी लोग दवाई खाने के लिए आगे आ रहे हैं, जो सामुदायिक स्तर पर सकारात्मक बदलाव का बड़ा संकेत है। वहीं, उन्होंने बताया, हर धर्म, हर समुदाय के लोग दवाई के सेवन के लिए आगे आ रहे हैं और अभियान को लगातार गति मिल रही है।

– फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र का व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया का लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसिल (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।

– इन बातों का रखें ख्याल :
– भूखे पेट दवा नहीं खिलानी है।
– किसी के बदले किसी अन्य को दवा ना दें और स्वास्थ्य कर्मी के सामने दवा खाएं।
– गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलानी है।
– 02 वर्ष छोटे बच्चे को दवा नहीं खिलानी है।
– गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी दवा नहीं खिलानी है।

– फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
– सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
– घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
– अल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।

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