स्वास्थ्य

कोरोना की तरह टीबी भी है संक्रामक बीमारी, इसलिए रहें सावधान 

-लगातार खाँसी रहने पर तुरंत कराऐ जाँच, अस्पताल में मुफ्त होती है जाँच
-मरीजों को सरकार द्वारा दी जाती है सहायता राशि
लखीसराय, 25 अगस्त, 2020
कोरोना के तरह ही टीबी भी एक संक्रामक बीमारी है. दोनों बीमारियाँ के लक्षणों में समानता भी होती है,जिसके कारण बीमारी का सही पता लगाने में भी परेशानी हो सकती है। ऐसे में पूर्व से टीबी जैसी बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए यह दौर विशेष सतर्कता बरतने का है क्योंकि इन मरीजों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है। जिससे उनमें कोरोना संक्रमण का खतरा अन्य मरीजों से बढ़ सकता है। सबसे जरूरी है कि मरीज की दवा का क्रम न टूटे। कोरोना में लगातार तेज बुखार और खांसी आती है। टीबी का लक्षण थकावट, आम बुखार, वजन गिरना, भूख न लगना एवं  रात में पसीना आना आदि है।
लक्षण का महसूस होते ही कराऐ जाँच
टीबी के नोडल पदाधिकारी डॉ सुरेश शरण  ने बताया कि  टीबी के लक्षण महसूस होते ही, ऐसे मरीजों को बिना देर किए अपनी जाँच करवानी चाहिए। पीएचसी से जिले के अन्य अस्पतालों में टीबी की मुफ्त जाँच एवं दवाई की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही ऐसे मरीजों को उचित पोषण आहार के लिए प्रति माह 500 रुपये की सहायता राशि भी दी जाती है।
अनावश्यक यात्रा ना करें:
टीबी पीड़ित मरीज अनावश्यक यात्रा से बचें। एवं घर से निकलने पर सेनेटाइजर साथ लेकर चलें। भीड़-भीड़ वाले जगह पर बिलकुल नहीं जाएं। धूलकण से बचाव के लिए हर आवश्यक पहल करें।
बचाव के उपाय:
-1- 2 हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डॉक्टर को दिखाएं। दवा का पूरा कोर्स लें। डॉक्टर से बिना पूछे दवा बंद न करे।
-मास्क पहनें या हर बार खांसने या छींकने से पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर करें।
-मरीज किसी एक प्लास्टिक बैग में थूके और उसमें फिनाइल डालकर अच्छी तरह बंद कर डस्टबिन में डाल दें। यहां-वहां नहीं थूकें।
-मरीज हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहे। साथ ही एसी से परहेज करे।
-पौष्टिक खाना खाए, एक्सरसाइज व योग करे।
-बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, तंबाकू, शराब आदि से परहेज करें।
-भीड़-भाड़ वाली और गंदी जगहों पर जाने से बचें।
ये हैं टीबी के लक्षण:
-भूख न लगना, कम लगना तथा वजन अचानक कम हो जाना।
-बेचैनी एवं सुस्ती छाई रहना, सीने में दर्द का एहसास होना, थकावट रहना व रात में पसीना आना।
-हलका बुखार रहना, हरारत रहना।
-खांसी आती रहना, खांसी में बलगम आना तथा बलगम में खून आना। कभी-कभी जोर से अचानक खांसी में खून आ जाना।
-गर्दन की लिम्फ ग्रंथियों में सूजन आ जाना तथा वहीं फोड़ा होना।
-गहरी सांस लेने में सीने में दर्द होना, कमर की हड्डी पर सूजन, घुटने में दर्द, घुटने मोड़ने में परेशानी आदि।
-महिलाओं को टेम्प्रेचर के साथ गर्दन जकड़ना, आंखें ऊपर को चढ़ना या बेहोशी आना ट्यूबरकुलस मेनिन्जाइटिस के लक्षण हैं।
-पेट की टीबी में पेट दर्द, अतिसार या दस्त, पेट फूलना आदि होते हैं।
-टीबी न्यूमोनिया के लक्षण में तेज बुखार, खांसी व छाती में दर्द होता है।
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