स्वास्थ्य

स्तनपान कराने से बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता

-सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फ़ील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी) मुंगेर एवं रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना द्वारा वेबिनार’ आयोजित
– विश्व स्तनपान सप्ताह पर वेबिनार

मुंगेर, 07 अगस्त| सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फ़ील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी) मुंगेर एवं रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना द्वारा शनिवार को विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर वेबिनार’ का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुंगेर ग्रामीण की सीडीपीओ सुष्मिता, केयर इंडिया के डीटीओ ऑन तबरेज आलम और डीटीओएफ डॉ. नीलू भी हुई शामिल| वेबिनार को संबोधित करते हुए पटना दूरदर्शन केंद्र की उप निदेशक श्वेता सिंह ने कहा कि स्तनपान कराने से बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। इसलिए परिवार के सदस्यों को भी चहिए कि वो स्तनपान कराने में मां को सहयोग करें| स्तनपान कराते समय धात्री महिलाओं को किसी अन्य काम में नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मां को स्तनपान कराने समय असहज नहीं होना चाहिए और न ही वहां उपस्थित समूह को घूरना चहिए।
बच्चों का पहला टीका जो कि स्तनपान होता है जरूर मिलना चाहिए
वेबिनार को संबोधित करते हुए मुंगेर की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) सुष्मिता ने कहा कि बच्चों का पहला टीका जो कि स्तनपान होता है जरूर मिलना चाहिए । उन्होंने बताया कि कामकाजी महिलाओं को चाहिए कि वे यदि कार्यस्थल पर अपने बच्चों को ले जाने में असमर्थ हैं तो उन्हें अपना दूध स्टोर करके जाना चाहिए ताकि घर में उपस्थित परिवार के सदस्य समय-समय पर बच्चों को पिलाते रहें।
बिहार में 1 घंटे के अंदर 31% बच्चों का स्तनपान कराया जाता
वेबिनार को संबोधित करते हुए केयर इंडिया मुंगेर के जिला तकनीकी पदाधिकारी, आउटरीच एवं न्यूट्रीशन, डॉक्टर तबरेज आलम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं की जानकारी देते हुए बिहार के संदर्भ में बताया कि बिहार में 1 घंटे के अंदर सिर्फ 31% बच्चों का स्तनपान कराया जाता है । वहीं 6 माह तक के 58% बच्चों का स्तनपान कराया जाता है।
सुरक्षित जन्म के साथ स्तनपान पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए
वेबिनार को संबोधित करते हुए केयर इंडिया मुंगेर के जिला तकनीकी पदाधिकारी डॉ. नीलू ने कहा कि सामान्यतः हम लोगों का ध्यान बच्चों के सुरक्षित जन्म पर फोकस रहता है लेकिन स्तनपान पर भी हमें उतना ही ध्यान देना चाहिए। सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान बहुत सारी मां अपने बच्चों को तुरंत दूध नहीं पिला पाती हैं जबकि उन्हें चाहिए कि वह 1 घंटे के अंदर स्तनपान कराएं।
डब्बा बंद दूध का किसी भी तरह से प्रचार- प्रसार करना अपराध
वेबिनार को संबोधित करते हुए आईसीडीएस पटना के अनूप कुमार झा ने विश्व स्तनपान सप्ताह वर्ष 2021 की थीम ” स्तनपान की रक्षा एक साझा जिम्मेदारी” के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने आई एमएस एक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 2 साल तक के बच्चों के लिए किसी भी तरह का खाद्य सामग्री बेचना अपराध है। डब्बा बंद दूध का किसी भी तरह से प्रचार- प्रसार करना अपराध है |आईएमएस एक्ट के तहत स्टोर रोकने के लिए जिला स्तर पर सिविल सर्जन एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी को नियुक्त किया गया है।

वेबिनार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय कि मीडिया इकाई सहित गीत एवं नाटक से जुड़े विभिन्न पंजीकृत दल के टीम लीडर सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हुए।

वेबिनार का संचालन मुंगेर के क्षेत्रीय प्रचार सहायक सुदर्शन किशोर झा और धन्यवाद ज्ञापन पटना के क्षेत्रीय प्रचार सहायक रीजनल आउटरीच ब्यूरो मोहन ने किया।

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