होम क्वारेंटीन किये गये प्रवासी कामगारों का प्रतिदिन होगा स्वास्थ्य परीक्षण
प्रधान सचिव ने राज्य के सभी डीएम एवं सीएस को पत्र जारी कर दिए निर्देश
लखीसराय, 28 मई:
कोविड-19 के रोकथाम के लिए सरकार एवं प्रशासन काफी गंभीर हैं। कोरोना से जंग के लिए आमलोगों के सुविधा का ख्याल रखते हुए स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन नये निर्णय भी ले रहें हैं। ताकि लोगों को परेशानी नहीं हो, खासकर बाहर से आने वाले प्रवासी कारगारों को किसी भी प्रकार का दिक्कत का सामना नही करने पड़े। इसी कड़ी में राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक नया फैसला लेते हुए जिलापदाधिकारी व सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिया गया है जिसमें कोविड 19 से बुरी तरह प्रभावित कुछ विशेष राज्यों से आने वाले लोगों को छोड़ अन्य राज्यों से आने वाले लोग होम क्वारेंटीन में रखे जायेंगे. इसके लिए सरकार के प्रधान सचिव उदय सिंह कुशवाहा ने पत्र जारी कर राज्य के सभी डीएम एवं सीएस को नई व्यवस्था को सुनिश्चित कराने संबंधी निर्देश दिए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए जिला में भी प्रवासियों की स्क्रीनिंग के लिए प्रखंड स्तर पर स्क्रीनिंग सेंटर बनाने के लिए चिकित्सा पदाधिकारियों व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. सभी प्रवासियों का सेंटर में स्क्रीनिंग के बाद आवश्यक चिकित्सा परामर्श के साथ सात दिनों के होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। एवं इस दौरान कोई भी प्रवासी संदिग्ध मिलते हैं तो उन्हें पुरानी व्यवस्था व नियम के अनुसार क्वारेंटाइन किया जाएगा।
दो श्रेणियों में प्रवासियों का किया गया है वर्गीकरण:
प्रवासी कामगारों का वर्गीकरण दो श्रेणियों में किया गया है. पहली श्रेणी में
सूरत,अहमदाबाद,मुंबई,पुणे,दिल्ली एनसीआर,गाज़ियाबाद,फरीदाबाद,नोएडा, गुरूग्राम,कलकत्ता एवं बेंगलरू शहर शामिल हैं. इसके साथ ही डीएम अपने स्तर से भी अन्य शहर या राज्यों को कोविड 19 संक्रमण की गंभीरता के आधार पर शामिल कर सकते हैं. दूसरी श्रेणी में अन्य शहरों व राज्यों को रखा गया है.
प्रतिदिन किया जायेगा स्वास्थ्य परीक्षण:
होमक्वारेंटाइन किए गए प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रतिदिन किया जायेगा. प्लस पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रतिदिन मेडिकल टीम द्वारा डोर-टू-डोर जाकर हेल्थ स्क्रीनिंग किया जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का किसी भी प्रवासी में संक्रमण का लक्षण मिला तो उनका पूर्व प्रक्रिया के अनुसार सैंपल एकत्रित कर आवश्यक चिकित्सा सेवा प्रदान की जाएगी।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दिये गये निर्देश
सिविल सर्जन डॉ आत्मानंद राय ने बताया जिले के सभी पीएचसी प्रभारी को ब्लाॅक लेवल स्क्रीनिंग सेंटर बनाने एवं सरकार के निर्देशानुसार प्रवासियों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। यह काम प्रारंभ हो चुका है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने इसके लिए शिफ्ट के अनुसार मेडिकल टीम का गठन करने का निर्देश सभी पीएचसी प्रभारी को दिये हैं. हर संभव लोगों को उचित सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। साथ ही हर दिन पीएचसी लेवल के अफसरों के साथ शाम में बैठक कर फीडबैक लिया जाता है