-सोशल मीडिया पर प्रोपगेंडा फैलाया जा रहा है, जिसे तत्काल रोके जाने की जरूरत है।
नईदिल्ली-
द श्याम नारायण सिंह फाउंडेशन के प्रेसिडेंट डॉ.कैलाश बिहारी सिंह ने सरकार से मांग की है कि जेनरिक दवाईयों पर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलतफहमियों को दूर किया जाए। ताकि उसके बारे में आम आदमी को जानकारी हासिल हो
डॉ. कैलाश बिहारी सिंह ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि भारत सरकार ने देश में गरीबों को सस्ती दवाइयों के लिए जेनेरिक दवाई के स्टोर खुलवाए थे। जिसमें डॉ.ब्रांडेड दवाइयों के साल्ट उनके जेनेरिक नाम से दवाइयां उपलब्ध होती हैं जो कि ब्रांडेड दवाइयों से 60% तक सस्ती होती हैं। लेकिन एक संगठित प्रयास डॉक्टरों और दवा कंपनियों द्वारा सोशल मीडिया पर यह चलाया जा रहा है कि जेनेरिक दवाओं से बीमारी ठीक नहीं होती क्योंकि जेनेरिक दवाएं अच्छी क्वालिटी की नहीं होती हैं।
द श्याम नारायण सिंह फाउडेंशन के प्रेसिडेंट ने कहा कि खास तौर से शुगर, बीपी की दवाएं जो रेगुलर खाई जाती हैं वो ब्रांडेड बहुत महंगी होती हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री एवं ड्रग डिपार्टमेंट से मांग है कि इसपर तुरंत करवाई हो, सोशल मीडिया पर वायरल इन प्रोपेगेंडा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए।
गौरतलब है कि द श्याम नारायण सिंह फाउंडेशन एक गैरसरकारी संस्था है जो लगातार स्वास्थ्य, शिक्षा, दिव्यांग एवं सतत् विकास जैसे मुद्दे पर लगातार कार्य करता है।