आईआईटीएम के इंटरनेशनल कांफ्रेंस, आईसीटीआईएम 24 में छात्रों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया
– टेक्नोलॉजी को जमीनी स्तर पर ले जाने की जरूरत- प्रो. एसपी शर्मा, चीफ इकोनोमिस्ट, पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री
-टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल में छात्रों को अपने विषय वस्तु के अनुसार करने की जरूरत- कौशतुभ राजपूत, एसिस्टेंट डायरेक्टर, मिनिस्ट्री ऑफ माइन्स।
नईदिल्ली-
आईआईटीएम में इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस खास आयोजन का विषय टेक्नोलॉजी इंटिगेरेशन इन मैनेजमेंट इनहानसिंग इफिसियेंसी एंड इनोवेशन था। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मिनिस्ट्री ऑफ माइन्स के असिस्टेंट डायरेक्टर कौशतुभ राजपूत मौजूद थे। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चीफ इकोनोमिस्ट एसपी शर्मा, चीफ स्पीकर के रूप में सनफोटेक प्राइवेट लि. के सीईओ शांतनू पटनायक उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए आईआईटीएम के डायरेक्टर मोनिका कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आईआईटीएम का सदा उद्देश्य रहा है कि छात्र अपडेट रहे। आज कई तकनीक तेजी से बाजार में आए हैं। जिसके बारे में छात्रों को जानकारी हासिल हो सके। मोनिका कुलश्रेष्ठ ने कहा कि छात्रों में नैतिक मूल्यों की जानकारी भी होना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए आईआईटीएम लगातार कार्य कर रहा है।
इंटरनेशनल कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कौशतुभ राजपूत ने छात्रों से कहा कि आज टेक्नोलॉजी का जमाना है। लेकिन अलग अलग इसके इस्तेमाल है। आपको सोचना है कि इसको कैसे इस्तेमाल करना है।
इस खास मौके पर गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में मौजूद पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चीफ इकोनोमिस्ट एसपी शर्मा ने कहा कि आज छात्रों को इंडस्ट्री के अनुसार अपने आपको तैयार करने की जरूरत है। देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। वैश्विक स्तर पर अपने आपको तैयार करना होगा। एसपी शर्मा ने कहा कि आज छात्रों को चाहिए कि एग्रीकल्चर को इंडस्ट्री से कैसे लाभ पहुंचे। टेक्नोलॉजी को जमीनी स्तर पर कैसे पहुंचाएं इस पर खास छात्रों को शोध करना होगा। सरकार अब रिसर्च के लिए काफी खर्च कर रही है। जिसका फायदा छात्रों को लेने की जरूरत है।
आईआईटीएम के खास इंटरनेशनल कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए चीफ स्पीकर शंतानु पटनायक ने कहा कि आज एआई का जमाना आ चुका है। छात्रों को इसका उपयोग करने के लिए सीखने की जरूरत है। जहां जरूरत हो वहां इस्तेमाल कर अपने आपको एक्सल करें। ताकि छात्रों को लाभ मिल सके। आज वैश्विक प्रतियोगिता है ऐसे में छात्रों को मजबूती के साथ इंडस्ट्री में जाने की जरूरत है। आज टेक्नोलॉजी को मैनेजमेंट से इंटिगेरेशन करने की जरूरत है जिसके लिए ऐसे कांफ्रेंस की आवश्यकता है। कांफ्रेस के दूसरे सत्र में डॉ इरमित कौर,डॉ मोनिका चौधरी,अंकिता चौधरी,ऋषभ जेठवानी ने अपने अपने प्रजेंटेशन दिए एवं प्रश्नों का जवाब दिया।