स्वास्थ्य

सर्वजन दवा सेवन अभियान में कारा विभाग एवं एनसीसी करेगा सहयोग    

 • राज्य के 24 जिलों में 10 फरवरी से शुरू होगा अभियान 

• अधिकारीयों ने पत्र जारी कर दिया सहयोग करने का निर्देश  

पटना- 

राज्य के 24 जिलों में 10 फरवरी से शुरु हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान में अब कारा विभाग के अधिकारी एवं कर्मी तथा एनसीसी कैडेट भी अपना सहयोग करेंगे. इस बाबत संयुक्त सचिव सह निदेशक (प्रशासन), गृह विभाग, कारागार, पटना रजनीश कुमार सिंह तथा एनसीसी निदेशालय, बिहार एवं झारखंड के अतिरिक्त निदेशक कर्नल संजीव शर्मा ने पत्र जारी कर सहयोग करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए हैं.   संयुक्त सचिव सह निदेशक (प्रशासन), गृह विभाग, कारागार,  रजनीश कुमार सिंह द्वारा अधीक्षक, सभी केंद्रीय कारा/मंडल कारा/महिला मंडल कारा/उपकार/मुक्त कारा बिहार को जारी पत्र में निर्देशित किया गया है कि भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा लिए गए निर्णय एवं सचिव सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा अनुमोदन के उपरांत यह निर्णय के अनुसार राज्य में 10 फ़रवरी से 24 जिलों में सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जायेगा. अतः निर्देशित है कि सर्वजन दवा सेवन अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी/कर्मी का अपनी कारागारों में दवा सेवन कराने में सहयोग करेंगे. साथ ही एनसीसी निदेशालय, बिहार एवं झारखंड के अतिरिक्त निदेशक कर्नल संजीव शर्मा ने जारी पत्र में निर्देश दिया है कि सभी ग्रुप हेडक्वार्टर आगामी सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीए) में आवश्यक सहयोग करना सुनिश्चित करेंगे.सूक्ष्म कार्य-योजना की जा रही तैयार:   अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फाइलेरिया डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि राज्य के 24 जिलों में 10 फरवरी से शुरू होने वाले एमडीए में  लगभग 7.57 करोड़ लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि एमडीए की सफलता के लिए सूक्ष्म कार्य-योजना एवं मॉनिटरिंग एवं सपोर्टिव सुपरविजन पर विशेष बल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एमडीए राउंड के दौरान 3 दिनों तक बूथ लगेगा एवं 14 दिन घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी.  विभागों के साथ स्थापित किया जा रहा सामंजस्य: पीसीआई के एसोसिएट डायरेक्टर, सोशल मोबीलाईजेशन, रणपाल सिंह ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव का एकमात्र उपाय साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान दवाओं का सेवन है. इस दवा का सेवन स्वस्थ व्यक्तियों को भी करना है, ताकि उनके अंदर मौजूद माइक्रोफाइलेरिया मर जाए. रणपाल सिंह ने बताया कि पीसीआई द्वारा जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर विभिन्न विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने के लिए सामंजस्य स्थापित किया जा रहा है ताकि अभियान के दौरान लक्षित आबादी को दवा सेवन कराया जा सके. उन्होंने बताया कि समुदाय में लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं एवं लोगों से एमडीए अभियान के दौरान दवा सेवन की अपील की जा रही है

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