स्वास्थ्य

टेलीमेडिसीन सेवा का 911 मरीजों ने उठाया लाभ

-जिले में 280 से भी अधिक केंद्र बनाए गए थे
-घर के नजदीक इलाज होने से मरीजों में खुशी

भागलपुर, 23 फरवरी-

जिले में ई-संजीवनी ओपीडी के तहत टेलीमेडिसीन सेवा का आगाज हो चुका है। बुधवार को जिले के 280 केंद्रों पर 911 मरीजों ने इसका लाभ उठाया और 300 एमएम और 50 डॉक्टर मरीजों की सेवा में लगे रहे। सभी लोगों को डॉक्टरी परामर्श के बाद दवा दी गई। जिले के सभी केंद्रों पर कूरियर के जरिये दवा पहुंचाई गई, जिसे बाद में मरीजों की जरूरत के हिसाब से बांटी गई। घर बैठे इलाज होने से मरीजों के चेहरे पर खुशी देखी गई। साथ ही तत्काल मुफ्त में दवा मिल जाने से भी मरीजों को राहत मिली। सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि टेलीमेडिसीन सेवा का आगाज होने से मरीजों को काफी राहत मिली है। मरीजों को इलाज के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ रहा है, इससे उन्हें राहत महसूस हो रही है। सभी प्रखंड में टेलीमेडिसीन की टीम ने मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज किया। डॉक्टर ऑनलाइन तरीके से मरीजों से रूबरू हुए। मरीज की डॉक्टर से बात कराने से लेकर जांच रिपोर्ट तक दिखाने का काम एएनएम ने किया। मरीज की जांच रिपोर्ट व उसके द्वारा बताई गई परेशानी व लक्षण के आधार पर डॉक्टर ने मरीजों को दवा लिखी।
मरीजों को मुफ्त में दी गई दवाः टेलीमेडिसीन सेवा के तहत मरीजों के लिए 37 प्रकार की दवा उपलब्ध कराई गई है। इन्हीं दवाओं में से मरीजों को जरूरत के हिसाब से दवा दी गई। डॉक्टर के दवा लिखे जाने के बाद ग्रीन चैनल के जरिये मरीजों को निःशुल्क दवा दी गई। इसके अलावा आगे से एचआईवी, हेपेटाइटिस व सिफलिस व गर्भवती की जांच से लेकर कोरोना का टीका भी ग्रीन चैनल के जरिये दिया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि ई-संजीवनी के जरिये सभी ओपीडी दिवस के दिन पूर्व में मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा   टेलीमेडिसीन सेवा दी जाएगी। इसे लेकर एएनएम व चिकित्सकों को ट्रेनिंग तक दे दी गई है।
सेवा का इस तरह से उठाएं लाभ: टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद वहां तैनात एएनएम स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल के माध्यम के टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा उपलब्ध कराती हैं। डॉक्टर के चिकित्सा परामर्श के अनुसार एएनएम मरीजों को दवाई समेत अन्य चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराती हैं। अब इलाज कराने के लिए मरीजों को अस्पताल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, बल्कि सुविधाजनक तरीके से पूरी तरह मुफ्त ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा। उम्मीद है कि दुर्गम इलाके के लोगों को स्वास्थ्य सेवा लेने में होने वाली परेशानियों को दूर करने में टेलीमेडिसीन सेवा वरदान साबित होगी। मरीजों को आने-जाने के लिए काफी दूरी का सफर समेत अन्य परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा और समुचित इलाज के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलेगी।

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