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देश के मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय सचिव चिरंजीत कुमार शर्मा एक बार फिर पटना में एक समारोह में स्पीकर और उपमुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित

देश के मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय सचिव चिरंजीत कुमार शर्मा एक बार फिर बिहार की राजधानी पटना में एक समारोह में बिहार विधानसभा स्पीकर और बिहार के उपमुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किये गया।
चिरंजीत शर्मा राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय सचिव होने के साथ साथ देश के जाने-माने औधोगिक सलाहकार है और हर क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाने में अग्रसर रहते हैं।
हमारे संवाददाता ने जब उनसे उनके भविष्य के लिए उनकी क्या योजना है उन्होंने बड़े मुस्कुराते अंदाज में कहा जीवन आपको कर्म करने की प्रेरणा देता है और ये आप पर निर्भर है आप अपने कार्यों से समाज को क्या प्रेरणा देते हैं और मेरी कामना है अपने जीवन के हर पल को मैं देश समाज के लिए उपयोग करूं और लोगों को समझा सकूं हर मनुष्य में ईश्वर और महान इंसान बसता है और ये हम पर निर्भर करता है उसे हम कब अपने अंदर जिंदा करते हैं, मैं अपने और आपके अंदर उसे जगाने निकला हूं मैं समाज को बताने निकला हूं देश से बढ़कर कुछ नहीं होता और मानवता से बढ़कर कोई धर्म, मुझे इसे हर भारतीय के दिल में जगाना है और विश्व गुरु बनने का जो सपना हमने एक बार फिर देखा है वो पूर्ण हो सके।
उन्होंने हमें बताया कि वो हर उस इंसान से सिखना चाहतें हैं जो अपने से पहले राष्ट्र के गौरव के बारे में सोचता है,जो परिवार से पहले समाज की बेहतरी के लिए काम करता है और जो अपने परिवार के भोजन के साथ साथ अपने आसपास रहने वाले समाज में कोई भूखा तो नहीं है सोचता है।
हमारे संवाददाता ने उनसे ये समझने की कोशिश की क्या वो राजनीति में आने वाले हैं क्योंकि सत्ता के गलियारों में उन्हें लेकर ये चर्चा चल रही है जिसपर उन्होंने हंसकर कहा बहुत अच्छा लगता है जब मुझे पता चलता है जो मुझे नहीं पता वो आपको मालूम है, और फिर उन्होंने कहा देश और समाज की सेवा राजनीति से बाहर भी रहकर की जा सकती है लेकिन आने वाले समय में ऐसा होता है तो मैं अपने राजनैतिक जीवन को हर एक के लिए प्रेरणा देने वाली उपलब्धियों से महत्वपूर्ण बनाने का प्रयास करूंगा।
हमने उनसे उनके जीवन के प्रेरणास्त्रोत जिनसे उन्हें प्रेरणा मिलती है उनके बारे में जानने की कोशिश की जिसमें उन्होंने बताया कि उनके लिए हर वो इंसान प्रेरणा स्रोत है जो आपको बेहतर बनाने की प्रेरणा देता है लेकिन फिर भी मेरे जीवन को मेरी माता जी, मेरा परिवार, मेरे भाई बंधु, मेरे मित्र सभी प्रेरणा स्रोत है लेकिन एक ऐसे अधिकारी जिन्होंने मेरे जीवन को एक नयी दिशा दी वो चण्डीगढ़ में अपनी सेवा में है उन्होंने मुझे हर कदम पर बेहतर से बेहतरीन और प्रशंसनीय कार्य करने की प्रेरणा दी है उन्होंने बताया वो ताउम्र उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयत्न करते रहेंगे।

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