स्वास्थ्य

परिवार नियोजन मेले में लोगों को मिली अस्थायी सामग्री

जिले में 24 सितंबर तक चलेगा परिवार मिशन अभियान, अस्पतालों में लगे मेले
-अभियान के दौरान लोगों को परिवार नियोजन के प्रति किया जा रहा है जागरूक
-महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सेवा लोगों को कराई जा रही है उपलब्ध

बांका, 12 सितंबर-

परिवार मिशन अभियान के तहत जिले के सरकारी अस्पतालों में सोमवार को परिवार नियोजन मेला लगा। सदर अस्पताल में मेले का उद्घाटन एसीएमओ डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने किया। मेले में कई तरह के स्टॉल लगे थे, जहां पर लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक करने से लेकर अस्थायी सामग्री का वितरण भी किया गया। परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने को लेकर मेले में स्टॉल लगे थे, जहां पर आने वाले लोगों को जागरूक करने का काम किया गया। मौके पर केयर इंडिया के डीटीएल तौसीफ कमर, जिला सलाहकार गुणवत्ता डॉक्टर जावेद अली, जिला उत्प्रेरक राजेश कुमार और अस्पताल मैनेजर अमरेश कुमार समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। मालूम हो कि परिवार मिशन अभियान पांच सितंबर को शुरू हुआ है और यह 24 सितंबर तक चलेगा।
एसीएमओ डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि अभियान को दो चरणों में चलाया जाना था, जिसका पहला चरण समाप्त हो गया है। पहले चरण के तहत 05 से 11 सितंबर तक दंपति संपर्क सप्ताह चला । इस क्रम में 05 से 09 सितंबर पांच दिनों तक परिवार नियोजन के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से ई. रिक्शा (सारथी रथ) के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा-निर्देश के अनुसार और स्थानीय स्तर पर तैयार रूट चार्ट के मुताबिक जिले के सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया गया। ई. रिक्शा पर संबंधित क्षेत्र की आशा फैसिलिटेटर ने प्रचार-प्रसार का काम किया। लोगों को गर्भनिरोधक गोली, कंडोम इत्यादि सामग्री बांटी गई। सोमवार से दूसरा चरण शुरू हो गया। इसके तहत महिलाओं का बंध्याकरण किया जाएगा। साथ ही पुरुष नसबंदी भी की जाएगी । इसे लेकर दंपति संपर्क का आयोजन हो चुका है। इस दौरान योग्य दंपतियों का चयन आशा कार्यकर्ताओं ने किया है। इनमें से कुछ लोगों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया है ऑपरेशन के लिए। इसके अलावा लोगों को परिवार नियोजन की सामग्री भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
अस्थायी साधनों के इस्तेमाल करने से नहीं करें संकोचः एसीएमओ ने बताया कि अस्थायी साधनों के इस्तेमाल से परिवार नियोजन में मदद मिलती है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इसलिए अस्थायी साधनों के इस्तेमाल में किसी तरह का संकोच नहीं करें। कंडोम, कॉपर-टी, अंतरा का उपयोग कर परिवार नियोजन करें। महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पहला बच्चा 20 साल के बाद ही पैदा करें। साथ दी दूसरे बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल जरूर रखें। इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहता है। साथ ही बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है, जिससे वह भविष्य में होने वाली किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे मेले में उमड़ी भीड़ः परिवार मिशन अभियान के तहत बांका शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी मेला लगा था। वहां पर मेले का उद्घाटन प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने किया। डॉ. चौधरी ने बताया कि मेले में काफी संख्या में लोग आए थे, जिन्हें जागरूक करने के साथ-साथ परिवार नियोजन को लेकर अस्थायी सामग्री दी गयी । 24 सितंबर तक तमाम जागरूकता कार्यक्रम के जरिये लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही उन्हें इसके लिए सामग्री भी उपलब्ध करायी जाएगी ।

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