गरीबों के लिए निजी अस्पताल में आरक्षित 25% सीटों पर नहीं हो रहा इलाज़ – डॉ. आनंद शुक्ला, कांग्रेस नेता

नई दिल्ली –
कांग्रेस नेता ड़ॉ आनंद शुक्ला ने कहा है कि दिल्ली में कोरोना से बुरे हालात है ऑक्सिजन नहीं है इंजेक्शन नहीं है, लोगों को बिस्तर नहों मिल रहे है । उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में काँग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा गरीबों के लिए आरक्षित 25% सीटों पर इलाज़ नहीं हो रहा है।
ड़ॉ आनंद शुक्ला ने कहा कि बड़े-बड़े निजी अस्पताल में आज आरक्षित सीटों पर इलाज़ नहीं हो रहा, महामारी के समय निजी अस्पतालों ने लूट मचा रखी है गरीबों के लिए आरक्षित इन सीटों को बड़े-बड़े पैसेवालों को बेचने का धंधा चल रहा; दिल्ली सरकार लूट में हिस्सेदार है अतः खामोश है।
ड़ॉ आनंद शुक्ला ने माँग की है कि दिल्ली सरकार को तुरंत प्रभाव से निजी अस्पतालों में 20% कोविड बिस्तर अत्त्यंत गरीब मरीजों व 5% सीटें बिना कोविड के गंभीर मरीजों के लिए आरक्षित करने का माँग रखा ।
ड़ॉ आनंद शुक्ला ने कहा न ही एप्प पर सही जानकारी उपलब्ध हो रही है ओर न ही अधिकांश अस्पतालों के बाहर डिजिटल डिस्प्ले लगे है; जिसके कारण मरीजों को गलत जानकारी दी जा रही, जिसका नतीजा है कि मरीज अस्पतालों के चक्कर लगाते हुए दम तोड़ रहे।
ड़ॉ आनंद शुक्ला ने आम आदमी पार्टी विधायक शोएब इकबाल द्वारा दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर हाइकोर्ट से की गई अपील पर कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायकों को भी कोरोना काल में अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए कुप्रवंधन पर निराशा हो रही है; कुछ विधायक खुल कर अपनी बात कह रहे जबकि अधिकांश विधायक व वरिष्ठ नेता खुल कर अपनी बात नहीं कर पा रहे।
ड़ॉ आनंद शुक्ला ने कहा कि शोएब इकबाल के बयान को राजनीति के चश्मे की जगह दिल्ली विधानसभा का सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते दिल्ली के आम नागरिकों के हित में रखे गए सुझाव के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होने कहा कि बुधवार को दिल्ली प्रदेश कॉंग्रेस ने दिल्लीवासियों के जीवन की रक्षा में संवेधानिक पद पर बैठे अरविंद केजरीवाल का अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर सकने व जनता को झूठा आश्वशन दिये जाने को आधार बना विधानसभा भंग करने की माँगपत्र राष्ट्रपति को भेजे जाने की बात कहा।