स्वास्थ्य

नियमित टीकाकरण की रफ्तार को गति देने के लिए प्रशिक्षण आयोजित

– सिविल सर्जन की अध्यक्षता में संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

लखीसराय, 13 सितंबर

मंगलवार को जिला स्वास्थ्य समिति परिसर स्थित सभागार हाॅल में नियमित टीकाकरण (आरआई) से संबंधित विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ। जिसमें नियमित टीकाकरण की गति को और तेज रफ्तार देने पर बल दिया गया और मौजूद प्रतिभागियों को आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। ताकि शत-प्रतिशत लाभार्थियों का आर आई सुनिश्चित हो सके । उक्त प्रशिक्षण सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में मौजूद प्रतिभागियों को दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान नियमित टीकाकरण की रफ्तार को कैसे गति मिलेगी, इसको लेकर माइक्रोप्लान तैयार कर नियमित टीकाकरण कराने समेत अन्य जरूरी और आवश्यक जानकारी दी गई। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीओ (आईसीडीएस), डीपीएम (हेल्थ), जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी, डीसीएम, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ सहित यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मी शामिल हुए।

– बच्चों को विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया, बच्चों के लिए नियमित टीकाकरण (आरआई) बहुत जरूरी है। यह शरीर में बीमारियों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। साथ ही एंटीबॉडी बनाकर शरीर को सुरक्षित रखता है। टीकाकरण से बच्चों में जानलेवा बीमारियों का खतरा बहुत अधिक कम हो जाता है। शिशुओं की मौत की एक बड़ी वजह उनका सही तरीके से टीकाकरण नहीं होना है। टीकाकरण संक्रमण के बाद या बीमारी के खिलाफ व्यक्ति की रक्षा करता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है। शिशुओं को स्तनपान कराने से भी उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली तेज होती है। टीकाकरण से बच्चों को चेचक, हेपेटाइटिस जैसी अन्य बीमारियों से बचाया जा सकता है। वहीं, उन्होंने बताया, इसलिए, टीकाकरण शिशु के लिए बहुत जरूरी है। बच्चों में होने वाली बीमारियों व संक्रमण का असर तेजी से उनके शरीर पर होता है और उनके अंगों को प्रभावित करता है। बीसीजी, हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, डीटीपी, रोटावायरस वैक्सीन इन्फलूएंजा व न्यूमोनिया के लिए टीकाकरण किये जाते हैं।

– प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को ऑगनबाड़ी केंद्रों पर होता है नियमित टीकाकरण :
प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को जिले के ऑंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित रूप से नियमित टीकाकरण का आयोजन किया जाता है। जिसके माध्यम ऑंगनबाड़ी केंद्रों पर शिविर आयोजित कर एएनएम द्वारा संबंधित क्षेत्र की आशा और सेविका के सहयोग से बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाता है।

– अभियान चलाकर योग्य लाभार्थियों को किया जाएगा टीकाकृत :
शत-प्रतिशत लाभार्थियों का नियमित टीकाकरण सुनिश्चित कराने को जिले भर में अभियान चलाया जाएगा। जिसके माध्यम से प्रत्येक लाभार्थियों को चिह्नित कर टीकाकृत किया जाएगा। इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता समेत ऑंगनबाड़ी सेविका सहित अन्य कर्मियों का सहयोग लिया जाएगा।

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