प्रवासी मजदूरों पर सरकार घड़ियालू आंसू बहा रही है- सरफराज अहमद सिद्दीकी, एडवोकेट व डेलीगेट, डीपीसीसी
-सरकार ने इस लॉकडाउन में पांच बड़ी गलती की

नईदिल्ली-
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस डेलीगेट व एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मरने की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। सरकार को कांग्रेस ने चेतावनी दिया था जिसे अनदेखा कर दिया गया। कांग्रेस ने पहले ही लॉकडाउन के दौरान रोजगार, पैसे और अनाज के संकट का सामना कर रहे प्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठाया था।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस ने गरीब परिवारों को नकद और अनाज दिये जाने की मांग भी रखी थी, जिसका फायदा प्रवासी मजदूरों को भी मिलता। सरकारों ने कांग्रेस की अपील पर ध्यान नहीं दिया। कांग्रेस ने ही पहले-पहल मांग की थी कि अपने गृहराज्यों को लौटने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों के लिए इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। केंद्र सरकार ने 38 दिनों तक अपने पैर खींच कर रखे।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया था कि हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल सफर कर अपने घरों को लौट रहे हैं। हमारी चेतावनी को नजरअंदाज किया गया। अब सरकारें प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मरने की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि सरकार ने पांच बड़ी गलतियां की है उसमें पहले नंबर पर है शराब की दुकान को खोलना, दूसरे नंबर पर प्रवासी मजदूर को उनके घर न पहुंचाना, तीसरे नंबर पर है एमएसएमई जहां सबसे ज्यादा रोजगार लोगों को मिल रहा है उसका अपनी हालत पर छोड़ देना। चौथे नंबर है कि किसी भी समस्या को साम्प्रदायिक रंग देना। और पांचवें नंबर पर केवल अपनी वाहवाही लूटने में लगे रहना।