स्वास्थ्य

जिले में ऑंगनबाड़ी केंद्र संख्या 70 पर बच्चों को सूप पिलाने की नई पहल शुरू

– डीपीओ के नेतृत्व में ऑंगनबाड़ी सेविका द्वारा खुद से तैयार सूप का बच्चों के बीच किया गया वितरण
– केंद्र परिसर के ही पोषण वाटिका में लगी सब्जियों का सूप बनाकर वितरण
– सेहत और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है सूप का सेवन
– समाज कल्याण मंत्री ने पोषाहार में नया चीज शामिल करने के लिए नई पहल शुरू करने की बनाई थी योजना

लखीसराय, 02 दिसंबर| ऑंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों को उचित पोषण की सुविधा सुनिश्चित करने एवं पूरे प्रदेश में कुपोषण की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह संकल्पित है। जिसे सफल बनाने के लिए बीते 25 नवंबर को समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी ने प्रधान सचिव की मौजूदगी में पूरे प्रदेश की डीपीओ (आईसीडीएस) के साथ पटना में एक बैठक की थी। जिसमें ऑंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली पोषाहार में कुछ नया चीज (जो अधिक पोषणयुक्त और बच्चों के लिए फायदेमंद हो) शामिल करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई थी एवं इस पहल को शुरू करने की योजना बनाई गई थी। जिसे सार्थक रूप देने के लिए लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड स्थित ऑगनबाड़ी केंद्र संख्या 70 पर केंद्र की सेविका प्रतिमा कुमारी द्वारा डीपीओ आभा कुमारी के नेतृत्व में सब्जियों का पोषणयुक्त सूप (जूस) वितरण कर इस नई पहल की शुरुआत की गई | जो संभवतः जिला सहित पूरे प्रदेश में केंद्र संख्या 70 पर सबसे पहले शुरू की गई है। यही नहीं, सेविका ने केंद्र परिसर स्थित ही पोषण वाटिका में लगी सब्जियों का सूप खुद से तैयार कर केंद्र के बच्चों के बीच वितरित की है । साथ ही बच्चों के अभिभावकों को भी बच्चों के उचित पोषण की जानकारी देकर जागरूक किया । इससे ना सिर्फ बच्चों को उचित पोषण मिलना सुनिश्चित होगा बल्कि, कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा।

– साग और सब्जी के संयुक्त मिश्रण से तैयार सूप बच्चों के बीच किया वितरित :
आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) आभा कुमारी ने बताया, केंद्र संख्या 70 की सेविका द्वारा शुरू की गई पहल ना सिर्फ सराहनीय है बल्कि, कुपोषण मुक्त समाज निर्माण के लिए बेहतर कदम भी है। उक्त सेविका द्वारा अपने केंद्र परिसर स्थित ही पोषण वाटिका में लगी सब्जियों (कद्दू) एवं विभिन्न प्रकार के साग के संयुक्त मिश्रण से सूप तैयार कर केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों के बीच पोषाहार के रूप में वितरण किया गया। वहीं, उन्होंने बताया, अगर यह पहल सफल रही तो जिला सहित पूरे प्रदेश में इसे लागू करते हुए दैनिक पोषाहार में शामिल किया जा सकता है।
– सेहत और त्वचा के लिए फायदेमंद है सूप का सेवन, बच्चों को मिलेगी उचित पोषण :
डीपीओ आभा कुमारी ने बताया, सूप का सेवन सेहत और त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है और यह काफी टेस्टी भी होता है। जिसके कारण इसका लोग चाह के साथ सेवन भी करते हैं। वहीं, उन्होंने बताया, यह बच्चों के लिए भी काफी फायदेमंद होगा और उचित पोषण मिलेगा। सूप के सेवन से काफी मात्रा में शारीरिक ऊर्जा भी मिलती है।
– नई पहल को शुरू करने में डीपीओ का भी रहा महत्वपूर्ण योगदान :
सेविका प्रतिमा कुमारी ने बताया, यह पहल शुरू करने में डीपीओ का भी काफी सहयोग मिला। भले ही मैंने सूप तैयार कर बच्चों के बीच वितरित की। किन्तु, इसमें डीपीओ का भी काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस पहल को सार्थक रूप देने के लिए अन्य सेविकाओं को भी इस पहल की शुरुआत करनी चाहिए। ताकि बच्चों को उचित पोषण मिल सके और कुपोषणमुक्त समाज का निर्माण सुनिश्चित हो सके।

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