स्वास्थ्य

डेंगू एवं चिकनगुनिया को लेकर जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखण्डों में चल रहा है जागरूकता अभियान

– अभियान को लेकर जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर की अध्यक्षता में हुई बैठक
– 31 अक्टूबर तक चलेगा जागरूकता अभियान
– जिला के सभी पीएचसी और सीएचसी के एमओआईसी को भेजा गया राज्य सरकार द्वारा जारी हैंडबिल /पम्पलेट

मुंगेर, 07 अक्टूबर| डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखण्डों में जागरूकता अभियान चल रहा है। इस संबंध में सिविल सर्जन मुंगेर के निर्देशानुसार जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिला के सभी सीएचसी और पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जागरूकता अभियान को सफल बनाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर जनजागरूकता के लिए जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों ने राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए हैंड बिल/ पम्पलेट को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया।
महीने भर डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए चलेगा जनजागरूकता अभियान
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ.हरेन्द्र अलोक ने बताया कि बारिश शुरू होने के साथ ही जिला में डेंगू और चिकनगुनिया का संक्रमण काल भी शुरू हो जाता है । इसके लिए डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी पर नियंत्रण के लिए चल रही गतिविधियों में और गतिशीलता लाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इसके तहत लार्विसाइडल स्प्रे, रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करने के साथ ही टेक्निकल मालाइथिलका से फॉगिंग , डेंगू केस रिपोर्टिंग के साथ-साथ जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इसके लिए जिला भर में अक्टूबर के महीने भर डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान प्रारंभ किया गया है। इस संबंध में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह अपर निदेशक अंजनी कुमार का पत्र भी प्राप्त हुआ है।
डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के लिए हैंड बिल /पम्पलेट से जागरूक किया जा रहा
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव को ले राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए हैंड बिल/पम्पलेट को जिला के सभी सीएचसी और पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध करा दिया गया है। ये पदाधिकारी अपने क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्ता को ये हैंड बिल /पम्पलेट देंगे जो घर-घर जाकर लोगों को इस पम्पलेट के माध्यम से डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी से बचने के लिए जागरूक करेंगी । उन्होंने बताया कि जिला में कहीं भी यदि डेंगू एवं चिकनगुनिया का संक्रमित मरीज पाया जाता है तो उस ब्यक्ति के घर से 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मालाइथिलका फॉगिंग करायी जाती है।
नया टोला में डेंगू का एक संक्रमित मरीज मिलने के बाद वहां फॉगिंग करायी गयी
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि सदर प्रखंड के नोवागढ़ी भगत चौकी के पास नया टोला में डेंगू का एक संक्रमित मरीज मिलने के बाद वहां फॉगिंग करायी गयी है। बाद में मरीज की जानकारी मिली कि वो दिल्ली से आया था। बरियारपुर पीएचसी में भी लोगों को डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मुख्य चिकित्सा पदाधिकरी विजय कुमार के नेतृत्व में हैंड बिल/ पम्पलेट लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया । उन्होंने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया की बीमारी एडिस मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर दिन में काटता है एवं स्थिर साफ पानी में पनपता है।

डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण :
– तेज बुखार, बदन,सर एवं जोड़ो में दर्द तथा आंख के पीछे दर्द
– त्वचा पर लाल धब्बे/चकते का निशान
– नाक, मसूड़ों से उलटी के साथ रक्त श्राव होना

बचने के उपाय :
– दिन में भी मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली क्रीम का करें इस्तेमाल ।
– अपने आसपास रखें साफ-सुथरा एवम जमा पानी में करें कीट नाशक दवाओं का छिड़काव ।
– गमला, फूलदानी का पानी हर दूसरे दिन बदलें, जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें।

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button