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ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने दो लाख से ज्यादा आदिवासी एवं वंचित परिवारों को दिया रोजगार

ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने कृषि क्षेत्र में प्रभाव पैदा करने वाले सर्वश्रेष्ठ एनजीओ का पुरस्कार जीता

नई दिल्ली। 30 सितम्बर 2021. ग्रामीण विकास ट्रस्ट (जीवीटी) कृभको द्वारा स्थापित और समर्थित एक राष्ट्रीय स्तर का विकास संगठन है, जो भारत के 25 राज्यों में वर्ष 1999 से काम कर रहा है। वर्षों से अपने विभिन्न प्रोग्राम्स के माध्यम से, ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने 1,72,680 हेक्टेयर के क्षेत्र को विक्सित करने में कामयाबी हासिल की है और सीमांत एवं वंचित समुदायों को एकीकृत कृषि और आजीविका सहायता प्रदान करके 2,00,000 से अधिक आदिवासी और वंचित परिवारों के जीवन को बदलने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है।
ग्रामीण विकास ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शिव शंकर सिंह ने हैदराबाद में आयोजित एग्री अवार्ड समिट एंड एग्री अवार्ड्स 2021 द्वारा “कृषि में प्रभाव पैदा करने वाला सर्वश्रेष्ठ एनजीओ” का पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार ग्रामीण विकास ट्रस्ट को एकीकृत कृषि पद्धतियों, जलवायु अनुकूल कृषि, कृषि में सटीक प्रौद्योगिकी, बंजर भूमि विकास, मिट्टी एवं जल संरक्षण तथा वाटरशेड विकास के माध्यम से नवीन और बेहतर कृषि इनपुट और सेवाओं की पेशकश करके फसल उत्पादकता में वृद्धि करने एवं हाशिए पर रहने वाले ग्रामीण और शहरी समुदाय विशेष रूप से सीमांत किसान और आदिवासी आबादी की कृषि-आधारित आजीविका के उत्थान में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया है, जो सबसे प्रतिष्ठित मान्यता पुरस्कारों में से एक है और जूरी रेटिंग के आधार पर अखिल भारतीय स्तर से 100 प्रविष्टियों में से यह पुरस्कार मिला है।
इस उपलब्धि पर बोलते हुए, श्री शिव शंकर सिंह, सीईओ, ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने कहा, “इस तरह का सम्मान प्राप्त करना निश्चित रूप से एक बहुत ही गर्व की बात है और मैं इस पुरस्कार को अपनी पूरी टीम को, मुझे अपना अटूट समर्थन देने और इस संगठन में मेरी यात्रा को समर्थन देने के लिए समर्पित करता हूं। हमने मिलकर किसानों और ग्रामीण भारत की बेहतरी की दिशा में प्राकृतिक संसाधनों का विकास करके, कृषि-आधारित आजीविका को बढ़ावा देकर, सक्षम क्षमताओं, सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण, कार्यात्मक शासन प्रणाली, पर्यावरणीय स्थिरता, मजबूत ग्रामीण संस्थानों और कमजोर समुदायों के लचीलेपन को बढ़ाकर एक स्थायी प्रभाव डालने का प्रयास किया गया है।”
जीवीटी ने अपनी विकासात्मक गतिविधियों के माध्यम से भौतिक संसाधनों को विकसित करने में पर्यावरणीय स्थिरता और पारिस्थितिक सुरक्षा को बढ़ावा देकर सबसे बड़े जलवायु परिवर्तन खतरे को दूर करने की पूरी कोशिश की, जिस पर गरीबों की आजीविका निर्भर है। जलछाजन विकास, और जलवायु परिवर्तन में योगदान करने और बेहतर सिंचाई एवं फसल उत्पादन के लिए जल संसाधन विकास के उपायों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में वृद्धि करने में अहम भूमिका अदा की है। जीवीटी ने विकास परियोजनाओं और आजीविका कार्यक्रमों को लागू करने के लिए अब तक केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों, राष्ट्रीय वर्षा आधारित क्षेत्र प्राधिकरण, नाबार्ड, विश्व बैंक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), रॉकफेलर फाउंडेशन, एशियाई विकास बैंक, यूरोपीय आयोग जैसे कई विभागों, विकास एजेंसियों और वित्त पोषण संगठनों एवं लार्सन एंड टुब्रो, लैंको, सीएफसीएल, एनटीपीसी जैसे कॉरपोरेट्स के साथ भागीदारी की है।

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