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सीएचओ के छोटे से प्रयास से हमें फ़ाइलेरिया उन्मूलन में सहायता मिलेगी- सिविल सर्जन

• फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम एवं एमएमडीपी पर जिले की सीएचओ का किया गया उन्मुखीकरण
• राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के सभागार में हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

पटना-

“आने वाले समय में सीएचओ की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी. एमडीए, एमएमडीपी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सुदृढीकरण में सीएचओ की भूमिका अहम् रहेगी. फ़ाइलेरिया से लोगों को शारीरिक तकलीफ एवं दीर्घकालिक विकलांगता का खतरा रहता है. इसके लिए फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में सीएचओ की सशक्त सहभागिता अहम् है. आपके छोटे से प्रयास से हमें राज्य से फ़ाइलेरिया उन्मूलन में सहायता मिलेगी”, उक्त बातें जिला के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के सभागार में आयोजित सीएचओ के फ़ाइलेरिया उन्मूलन एवं एमएमडीपी पर आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही. कार्यशाला में 116 सीएचओ ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी.
जिला में करीब 3500 फ़ाइलेरिया मरीज चिन्हित:
कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने कहा कि फ़ाइलेरिया उन्मूलन एवं एमएमडीपी पर समुदाय को जागृत एवं उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने में सीएचओ की अहम् भूमिका है. उन्होंने बताया कि जिला में अभी करीब 3500 फ़ाइलेरिया मरीज चिन्हित हैं तथा करीब 2200 मरीजों को एमएमडीपी किट का वितरण किया जा चुका है. एनएमसीएच में फ़रवरी माह में कैंप मोड में हाइड्रोसील मरीजों का ऑपरेशन किया जायेगा. जिला में 870 हाइड्रोसील के मरीज चिन्हित हैं और 578 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है.
कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अरुण ने प्रतिभागियों को फ़ाइलेरिया कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने एमडीए राउंड के दौरान आशा की भूमिका, दवा सेवन का महत्त्व एवं सही मरीजों की सटीक लाइन लिस्ट तैयार करने की महत्ता पर बल दिया. उन्होंने सभी सीएचओ से अपील की अपने कार्यक्षेत्र में फ़ाइलेरिया रोग से संबंधित जागरूकता फैलाने का प्रयास करें. पिरामल स्वास्थ्य के अंशु कुमार राय ने आईएचआईपी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के तरीके की जानकारी दी.
लेप्रा सोसाइटी के एस.के.मिश्रा ने प्रतिभागियों को एमएमडीपी किट द्वारा मोर्बिडिटी मैनेजमेंट एवं रुग्णता प्रबंधन के बारे में जानकारी दी और व्यायाम तथा साफ़ सफाई के महत्व के बारे में बताया. सिफार के डॉ. श्यामजी मिश्रा ने प्रतिभागियों को पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफार्म के गठन में सीएचओ की भूमिका की जानकारी दी और प्लेटफार्म द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया.
कार्यक्रम का संचालन जिला मलेरिया सलाहकार कल्याणी कुमारी ने किया. अंत में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यक्रम में पिरामल स्वास्थ्य के प्रदीप कुमार ने भी अपना सहयोग दिया.

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