स्वास्थ्य

525 महिलाओं ने परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सब कुटेनियस को अपनाया

– एक दिवसीय कार्यशाला में सीएचओ को दिया गया इसका प्रशिक्षण
– दो महिलाओं ने आज लिया एमपीए सब कुटेनियस का पहला डोज


मुंगेर, 19 जून 2024 :

जिला के पांच स्वास्थ्य संस्थानों में 14 दिसंबर से आज तक कुल 525 महिलाओं ने परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सब कुटेनियस को अपनाया है। इस आशय की जानकारी बुधवार को न्यू फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के सभागार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सब कुटेनियस के प्रति जागरूकता को ले आयोजित कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) के प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार सिन्हा ने कही। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल मुंगेर, सीएचसी जमालपुर, एपीएचसी गढ़ीरामपुर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इंद्ररुख पश्चिम और पड़हम में अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत महिलाओं को एमपीए सब कुटेनियस इंजेक्ट किया जा रहा है। बुधवार को जिला के तीन प्रखंड मुंगेर सदर, जमालपुर और असरगंज क्षेत्र में कार्यरत कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) को एमपीए सब कुटेनियस से जुड़ी सभी तकनीकी पहलुओं से मास्टर ट्रेनर नूर फातिमा ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 21 जून को शेष प्रखंड में कार्यरत सीएचओ और 2 जुलाई को डॉक्टरों को एमपीए सब कुटेनियस का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर डीसीएम निखिल राज, पीएसआई इंडिया के स्टेट से आई डॉक्टर सेजल, मास्टर ट्रेनर के रूप में शेखपुरा से आई डॉक्टर नूर फातिमा, सदर अस्पताल की डॉक्टर स्मृति, पीएसआई इंडिया के मनीष भारद्वाज, कौशल कुमार सिंह, सदर अस्पताल के परिवार नियोजन परामर्शदाता योगेश कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

त्वचा के नीचे दिया जाता है सब कुटेनियस की सूई
मास्टर ट्रेनर डॉक्टर नूर फातिमा ने बताया कि एमपीए इंट्रा मस्कुलर की तरह ही एमपीए सब कुटेनियस भी काम करता है। दोनों में ही मेडॉक्सी प्रोजेस्ट्रॉन एसिटेट होता है। सब कुटेनियस में इंट्रा मस्कुलर की तुलना में कम दवा होता है और यह प्री लोडेड होता है इसलिए इसको कहीं भी लाने ले जाने में कोई असुविधा नहीं होती है। इसे लाभार्थी को लगाना भी काफी सुविधाजनक होता है। इंट्रा मस्कुलर को जहां मांसपेशियों में दिया जाता है वहीं सब कुटेनियस को त्वचा के नीचे दिया जाता है। इसका निडिल भी छोटा होता है जिससे लाभार्थी को कोई परेशानी नहीं होती है।


लाभार्थियों ने कहा-कोई परेशानी नहीं हुई
इस अवसर पर एमपीए सब कुटेनियस का पहला डोज लेने वाली शामपुर मुंगेर के रहने वाले सिंधू कुमार की 21 वर्षीय पत्नी नीलम कुमारी ने बताया कि आशा वंदना कुमारी ने बताया कि परिवार नियोजन का एक नया सूई आया है जिसको लगवाने से तीन महीने तक गर्भधारण से बचा जा सकता है। आज मैंने पहला डोज लिया है। मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं महसूस हुई। इसी समय पहला डोज लेने वाली एक अन्य महिला गंगा नगर के रहने वाले बुधन चौधरी की 25 वर्षीय पत्नी नीलू कुमारी ने बताया कि पहले मेरे घर के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया था कि परिवार नियोजन का सूई लगवाने के बाद सिर दर्द, बुखार जैसे कई तरह की परेशानी होती है। इसकी वजह से मैं सुई लेने से डरती थी लेकिन जब आशा वंदना कुमारी ने बताया कि नया सूई आया है जिसको लगवाने के बाद कोई दिक्कत नहीं होगी तो मैंने आज यहां सब कुटेनियस का पहला डोज ले लिया है।

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