केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत विश्व हिंदी परिषद के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे।

विश्व हिंदी परिषद के महासचिव डॉ.विपिन कुमार ने किया आमंत्रित
नई दिल्ली, 9 जुलाई 2024:
विश्व हिन्दी परिषद द्वारा दिनांक 25-26 जुलाई, 2024 “श्री अरविंद : हिन्दी भाषा और विकसित भारत” विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में माननीय श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, भारत सरकार अपने आने की सहमति दी है। इस संबंध में विश्व हिन्दी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद (पद्मश्री, पद्मभूषण), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष – श्री देवी प्रसाद मिश्र तथा इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की संयोजक प्रो. संध्या वात्स्यायन, सह संयोजक प्रो. प्रदीप कुमार, डॉ वेद प्रकाश तथा मुख्य समन्वयक डॉ श्रवण कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए माननीय मंत्री जी का आभार व्यक्त किया।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत 25-26 जुलाई 2024 को दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व हिंदी परिषद के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे । उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन हिंदी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
श्री शेखावत ने कहा कि “हिंदी भाषा हमारी राष्ट्रीय पहचान का अभिन्न अंग है। यह भाषा सदियों से भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को समेटे हुए है। इस सम्मेलन के माध्यम से हमें हिंदी भाषा को और अधिक मजबूत बनाने और इसे दुनिया भर में फैलाने का प्रयास करना चाहिए।”
विश्व हिंदी परिषद के महासचिव डॉ.विपिन कुमार ने कहा कि “यह सम्मेलन ‘श्री अरविंद: हिंदी भाषा और विकसित भारत’ विषय पर आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश के विद्वान, साहित्यकार, शिक्षक और हिंदी प्रेमी भाग लेंगे।”
सम्मेलन के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह और शोध पत्र वाचन सत्र आयोजित किए जाएंगे। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
यहां सम्मेलन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:
- तिथि: 25-26 जुलाई 2024
- स्थान: नई दिल्ली
- विषय: श्री अरविंद: हिंदी भाषा और विकसित भारत
- आयोजक: विश्व हिंदी परिषद
- वेबसाइट: www.vishwahindiparishad.in
सभी इच्छुक प्रतिभागी सम्मेलन में भाग लेने के लिए वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।यह सम्मेलन हिंदी भाषा और साहित्य के प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।सभी से आग्रह है कि वे इस सम्मेलन में भाग लेकर हिंदी भाषा को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें।