कोविशील्ड की दूसरी खुराक की हफ्ते बढ़ाने से कई सवाल

वैक्सीन को लेकर देश में अब भी असमंजस में है। जहां अब बच्चे को वैक्सीन लगाने की बात हो रही है वही अब एक खबर आई है कि कोविशील्ड की दूसरी खुराक 12 से 16 हफ्ते में दिया जाना चाहिए। सनद रहे कि पहले यह खुराक 4 हफ्ते बाद यानी 28 दिन बाद दिया जाता था। 4 हफ्ते से 12 और 16 हफ्ता करने का तर्क यह दिया जा रहा है कि हफ्ते बढ़ने से प्रभावी ज्यादा होता है। जो करीब 81 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है। अंतराल बढ़ने से वैक्सीन की इम्युनोजेनेसिटी भी बढ़ती है। गौरतलब है कि यही वैक्सीन ब्रिटेन में दोनों खुराक को तीन महीने के अंतराल पर लगवाया जा रहा था।
डब्ल्यूएचओ ने भी आठ से बारह सप्तान बढ़ाने की सिफारिश की है। सनद रहे कि स्पेन में यह टीका 16 सप्ताह के अंतराल में लगाया जा रहा है, यह टीका एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित टीका है भारत में यह टीका सीरम इंस्टीट्यूट कर रहा है इस टीके का नाम कोविशील्ड दिया गया है।
हालांकि अब भी इस पर सवाल उठ रहे हैं कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने सवाल भी खड़े किए हैं जिनमें शशि थरूर ओर जयराम रमेश मुख्य रूप से हैं। जहां शशि थरूर ने कहा कि जनता को कैसे तर्क से समझाया जाए वहीं जयराम रमेश ने कहा कि अवधि बढ़ाने का मुख्य कारण सरकार के पास पर्याप्त वैक्सीन नहीं है। वैक्सीन की पूर्ति सरकार नहीं कर सकती है। कांग्रेस ने सवाल यह भी उठा रही है कि क्या पेशेवर वैज्ञानिक सलाह दे रहे हैं या कुछ और कारण है। क्या ऐसे समय में मोदी सरकार से कुछ पारदर्शिता की उम्मीद की जा सकती है। खैर भले ही अब इस पर राजनीति हो लेकिन यह तय है कि सरकार ने कोविशिल्ड की खुराक देने की अवधि को बढ़ा दी है जैसी की एजेंसी की खबरें आ चुकी हैं। सरकार निश्चिततौर पर जनता के हित की ओर ही ध्यान देगी।