जनता को पैसे की जरूरत है, कर्ज की नहीं – सरफराज अहमद सिद्दीकी, एडवोकेट व डेलीगेट, डीपीसीसी
नईदिल्ली-
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट व एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पैकेज के बारे में पुनर्विचार करने की जरूरत है। अभी जनता को पैसे की जरूरत है न कि कर्जे की जरूरत है। जिस प्रकार से सरकार ने लोन के कई रूप दिखाए हैं यह सब छलावा है। आज किसान, मजदूरों की जेब में तुरंत पैसे दिए जाने की आवश्यकता है जिसकी कमी दिख रही है।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि अभी तत्काल रूप से प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की जरूरत थी लेकिन सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया है। जिस प्रकार की औरेया और दूसरी जगह घटनाएं हुए है इससे मैं दुखी हूं। और उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि आज जो लोग परेशान हैं। ये सब हमारे भाई-बहन, माता-पिता हैं। हम सबको इनका सहयोग करने की जरूरत है। और यह सिर्फ सरकार का ही नहीं हम सबको मिलकर काम करना है। कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार आज पूरे देश में प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए सड़कों पर उतरा है। कांग्रेस ने दिल्ली में आश्रय स्थल भी खोला है और लगातार उन्हें मदद कर रहा है।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि राहुल गांधी जी ने न्याय योजना सुझाया है जो आज मददगार होगी। सरकार को इस दिशा में सोचने की जरूरत है। प्रधानमंत्री को पैकेज पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण, मनरेगा के कार्य दिवस दो सौ दिन और किसानों को पैसा आदि के बारे में पीएम को विचार करने की जरूरत है। यही सारे लोग देश के भविष्य हैं।