विश्व महिला दिवस पर आपदा में संकट मोचक बनने वालों का सम्मान
गाजियाबाद:कुछ त्रासदी ऐसी हो जाती है जिनके बारे में सुनकर ही मन विचलित हो जाता है। हम कई आशंकाओं के बीच घिर जाते हैं। एक अजीब तरह के डर से मन घबराता है लेकिन ऐसे संटक से समय संकट मोचक बनने वाले एनडीआरएफ की जितनी तारिफ की जाए कम ही है। चाहे भूकंप, बाढ़ या भूस्खलन हो या सुनामी हर मौके पर अपने जान की बाजी लगाकर आमजन की जिंदगी को बचाने के काम एनडीआरएफ के रंगरुट करते हैं। विश्व महिला दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित कैंप में एनडीआरएफ 8वीं बटालियन के महिला दस्ते ने ऐसे ऐसे करतब दिखाए कि वहां मौजूद लोगों को दातों तले उंगली दबानी पड़ी। आपदा के समय एनडीआरएफ का इस दस्तों की जांबाजी और कार्यकुशलता से जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा लोगों के जान-माल की रक्षा होती है। एनडीआरएफ के इस जांबाज महिला सैनिकों को विश्व महिला दिवस के मौके पर सम्मानित करते हुए “हमारा देश हमारे जवान ट्रस्ट” की सचिव भावना शर्मा ने कहा कि ‘आज हमें बड़ी खुशी हो रही है कि आपदा के समय अपनी जान की परवाह ना करते हुऐ जिन्होंने हजारों जिंदगियों को बचाया है, आज हमारे ट्रस्ट को उन्हें सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है”। भावना ने इन महिला जांबाजों के सम्मान में बोलते हुए कहा कि महिला अपने आप में ना सिर्फ एक शक्ति है बल्कि एक संस्था भी है।
इस मौके पर एनडीआरएफ की महिला दस्ते के साथ केक काट कर उनका हौसला बढ़ाने वाले गीत भी गाए गये। विश्व महिला दिवस के अवसर पर “हमारा देश हमारे जवान” ट्रस्ट ने एनडीआरएफ की महिला सैनिकों को ना सिर्फ सम्मानित किया बल्कि उनके द्वारा किये गये कार्यों की सराहना भी की। इस समारोह में ट्रस्ट की सचिव भावना शर्मा, ट्रस्ट की अन्य महिला सदस्यों के साथ एनडीआरएफ के कमांडेंट पी.के. तिवारी, डिप्टी कमांडेंट आदित्या प्रताप सिंह, असिटेंट कमांडेंट पंकज मिश्रा, ब्रिजेश सिंह और पीआरओ वसंत पावडे, टीम कमांडर पूजा के साथ सभी महिला सैनिक मौजूद थीं।