स्वास्थ्य

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को दिया जाएगा मोबाइल ऐप का प्रशिक्षण 

– विभाग द्वारा लांच किया गया है एचडब्ल्यू- सी मोबाइल एप
-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दिए निर्देश
-जूम एप के माध्यम से दिया जाएगा ऑनलाइन प्रशिक्षण
लखीसराय, 25 अगस्त, 2020
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भारत सरकार का अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को ऑनलाइन मोबाइल ऐप का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है एवं प्रशिक्षण का सफल संचालन के लिए  विभाग द्वारा एक एप लांच किया गया है। जिसका नाम एचडब्ल्यू- सी मोबाइल एप दिया है। ज़ूम एप के माध्यम से उक्त सेंटर के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को तिथि एवं प्रमंडलवार प्रशिक्षण देने की तैयारी है। ताकि उक्त सेंटर का सभी कार्य पेपर लेस संचालन हो सके। इसको लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ एके शाही ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा है कि एचडब्ल्यू सी मोबाइल ऐप के बारे में सभी चिकित्सा कर्मियों जैसे- चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी, एएनएम, स्टाफ नर्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर, प्रखंड मूल्यांकन एवं अनुश्रवण  सहायकों को इसके विषय में जूम एप के प्लेटफार्म पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि  विगत दिनों एचडब्लू सी मोबाइल ऐप विकसित किया गया है। जिसको एंड्राइड मोबाइल में डाउनलोड कर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा ही उपयोग किया जाएगा। मुंगेर प्रमंडल में 28 अगस्त को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पेपरलेस कार्य कर रही है एएनएम
हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर तैनात एएनएम अब पेपर लेस कार्य कर रही है। एएनएम को भी तकनीक से लैस किया गया है। एएनएम को एनसीडी(गैर संचारी रोग) एप के बारे में विस्तार से बताया गया है। अगर परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, यक्ष्मा (टीबी) या कैंसर हुआ है, तो उस घर के युवकों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है। प्रशिक्षित आशा को एक सी-बैक फॉर्मेट दिया जाता है,  जिसे वह भरती है।
रजिस्टर संभालने से  मुक्ति
स्वास्थ्य योजनाओं की गाँव में क्या-क्या प्रगति हो रही है इसकी एक रिपोर्ट एएनएम बनाती है। इस पूरी रिपोर्ट को एक रजिस्टर में दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है । ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अब सारी जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध रहती है। टेबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने  की सुविधा भी उपलब्ध है।
हर जानकारी टेबलेट में दर्ज
ब्लड प्रेशर, शुगर तथा कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर एक फैमिली फोल्डर बनेगी। जन आरोग्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों में उसके पोषक क्षेत्र के परिवारों की फैमिली फोल्डर तैयार की जाएगी और रखा जायेगा।
आशा बनाती है फैमिली हेल्थ फोल्डर
समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर क्षेत्र के सभी लोगों का सर्वेक्षण किया जाता है। सभी परिवारों के लिए फैमिली हेल्थ फोल्डर विकसित किया जाता है, जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी स्त्री-पुरुष का सीबैक (कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट) फार्म के जरिए गैर संचारी रोगों हेतु रिस्क असेसमेंट किया जाता है।
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