हर मुसीबत में आंचल की छांव है मां- सरफराज अहमद सिद्दीकी, एडवोकेट व डेलीगेट, डीपीसीसी
वेदों में मिलती है मां की महिमा

नईदिल्ली-
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस डेलीगेट व एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने मातृदिवस पर देशवासियों को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि मां एक शब्द भर नहीं…वैसे तो मां को याद करने के लिए कोई खास दिन मुकर्रर नहीं हो सकता। मां की दुआएं हमेशा साथ होती हैं। मां की ममता हमेशा सही रास्ता दिखाती है। लेकिन आज मदर्स डे है…मां को याद करने और पुकारने का दिन।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि मां की भूमिका हमेशा अपने बच्चों के लिए ममता भरी होती है। आप दूसरों से कोई कटु वचन बोल देंगे तो वह आपसे रिश्ता तोड़ लेगा, लेकिन अगर मां से बोल देंगे तो वह यही सोचेगी कि आप किसी परेशानी में हैं। मां ही सबसे पहले आप पर विश्वास करती है। आप अगर उसे गलत भी बता देंगे तो भी वह आप पर विश्वास कर लेगी, क्योंकि मां मासूम होती है, ममता होती है। हमारे लिए तो हमारी मांएं ही सब कुछ हैं। मां ने हमें बचपन से बहुत प्यार दिया है।
सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि आज हम जो कुछ भी हैं, वह सिर्फ अपनी मांओं की वजह से हैं। हमारी मांओं की ही दी हुई यह शिक्षा है कि हम भी अपने बच्चों को परखते हैं।