भारत और चीन के संदर्भ में ज्योतिष विशेषज्ञ प्रो. विनय कुमार के विचार
आज के भारत से लोहा लेना लोहे के चने चवाने जैसा है।
भारत को नरेन्द्र मोदी के रुप में एक ऐसा अभिभावक मिला है कि समस्यायें तो आयेंगी, पर निदान भी होता चला जायेगा-प्रो. विनय, +917004825291.
भारत की कुंडली में अभी चंद्रमा में शनि और प्रत्यंतर से बुध हैं। १ जून २०२० से ५ जुलाई २०२० तक जब केतु बुध के स्थान पर आयेंगे तो थोड़ी तनाव की स्थिति रह सकती है और बेशक इसमें भी भारत का पलड़ा भारी रहेगा। चीन को यह पता है कि यदि उसने युद्ध छेड़ा तो – १. वो आर्थिक रुप से इतना बर्बाद हो जायेगा कि उसे उबरने में युगों लग जायेंगे , यह गँवारा चीन नहीं करेगा। २. वो हमारे प्रधानमंत्री की दृढ़ता और विदेशों में बढ़ते प्रभाव को जानता है।वो जानता है कि प्रधानमंत्री इतने कुशल राजनीतिज्ञ हैं कि युद्घ की स्थिति में वो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से बहुत सारे पश्चिमी देशों की सहायता और समर्थन जुटा लेंगे। अकेले भारत पर ही टेंढ़ी आँख से नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में देखना उसे मंहगा पड़ेगा, यहाँ तो अब मोदीजी के कारण बहुत सारे देश हैं जो भारत के साथ हैं। ऐसे में चीन का भारी नुकसान हो सकता है। ३. मोदीजी के शासनकाल में हमारी सेना भी बेहद मजबूत हुई है और स्वयं प्रधानमंत्री कुशल रणनीतिकार हैं और युद्धकला की बारिकियों से परिचित हैं। ऐसे में हमारे भारत के वीर योद्धा योजनाबद्ध तरीके से युद्ध को अंजाम देंगे। श्रीकृष्ण की भाँति सदा शांत रहनेवाले हमारे मोदीजी की हर युद्ध कला के समक्ष चीन की पराजय ही होगी। अतः, युद्ध तो नहीं होगा, पर यदा कदा छिटपुट तनाव हो सकते हैं।