
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वे 89 साल के थे। मुख्यमंत्री को कोविड-19 पर चल रही टीम-11 की मीटिंग के दौरान पिता की दुखद मृत्यु की सूचना दी गई, लेकिन मीटिंग रुकी नहीं बल्कि चलती रही। बाद में मुख्यमंत्री ने एक भावुक कर देने वाली चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने बताया कि वे अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री ने इसका कारण भी बताया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद ही वे घर जा पाएंगे।
पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के चलते मैं अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाऊंगा। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ जाऊंगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने खत में लिखा, ‘पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख और शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम और नि:स्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी।’
पत्र में योगी आदित्यनाथ ने आगे लिखा की वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्यबोध के कारण मैं अंतिम दर्शन न कर सका। कल 21 अप्रैल को लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा।’
लोगों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘मैं सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार में उपस्थित रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।’