स्वास्थ्य

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्ववासन योजना (सुमन) कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल मुंगेर में गर्भवती महिलाओं को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ

– मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्यय विभाग के द्वारा किए जा रहे हैं बेहतर प्रयास 

– इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पूर्व सभी तरह की जांच और प्रसव के छह महीने बाद तक प्रसूति एवं नवजात शिशु को निःशुल्क इलाज करने का है प्रावधान 

– गर्भावस्था या प्रसव के 42 दिनों के अंदर मातृ मृत्यु की सूचना देने वालों को दी जाएगी प्रोत्साहन राशि 

मुंगेर-
गर्भवस्था और प्रसव के दौरान 
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में प्रसूती महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक की  कभी-कभी महिलाओं को जान भी गँवानी पड़ती है। किन्तु, अब प्रसूति महिलाओं को इन परेशानियों का सामना करना नहीं  पड़ेगा। केंद्र सरकार ने अब सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व सभी तरह की जांच से लेकर प्रसव के बाद लगभग छह महीने तक जच्चा और बच्चा की सेहत का ख्याल रखने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व आश्वसन ( सुमन) कार्यक्रम योजना की शुरआत की है। इसके तहत सुरक्षित मातृत्व के साथ मातृ- मृत्यु दर को समाप्त करने के लिए सभी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसी के तहत सदर अस्पताल मुंगेर में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व आश्वसन ( सुमन) कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं और प्रसूति महिलाओं के साथ ही नवजात शिशुओं के सेहत का ख्याल रखते हुए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। 

सदर अस्पताल मुंगेर के अस्पताल प्रबंधक तौसीफ हसनैन  ने बताया कि सदर अस्पताल सुरक्षित मातृत्व के तहत मातृ और शिशु मृत्यु दर को समाप्त करने के उद्देश्य से गुनवतापूर्ण सेवा प्रदान करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत अब प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्ववासन ( सुमन) कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं के सभी आवश्यक जांच के साथ उनका सुरक्षित प्रसव और उसके बाद लगभग छह महीने तक जच्चा और बच्चा के स्वास्थ्यय का ख्याल रखने की कोशिश की जा रही है। उंन्होने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के सभी जांच या उनकी ईलाज के ऊपर आने वाले सभी खर्च के साथ ही सुरक्षित संस्थागत प्रसव के साथ अगले लगभग छह महीने तक माता और उसके बच्चे के अच्छे सेहत के लिए आवश्यक ईलाज का सारा खर्च के साथ ही दवाओं का इंतजाम भी सरकार ही करेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2019 में ही प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्ववासन ( सुमन) कार्यक्रम की घोषणा की थी। अब लगभग सभी जगह पर इस योजना के तहत काम शुरू हो रहा है। 

– मातृ मृत्यु की सूचना देने पर मिलेगा एक हजार रूपये :- 
अस्पताल प्रबंधक तौसीफ हसनैन ने बताया कि सुमन कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत सामुदायिक स्तर पर मातृ मृत्यु यानी गर्भावस्था या डिलीवरी के 42 दिनों के अंदर महिला की मृत्यु होने की सबसे पहले सूचना देने वाले व्यक्ति को एक हजार रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी। प्रथम सूचना देने वालों में आशा कार्यकर्त्ता, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका के साथ ही आम आदमी भी हो सकता है। इसके साथ ही यदि आशा कार्यकर्ता मृत्यु के 24 घंटे के अंदर सूचना देने के साथ ही स्थानीय पीएचसी में रिपोर्टिंग भी करती है तो उन्हें दो सौ रूपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उंन्होने बताया की इस संबंध में किसी प्रकार की परेशानी होने या मातृ मृत्यु की पहली सूचना 104 टाॅल फ्री नंबर देनी होगी। इसके साथ ही किसी भी तरह की परेशानी होने, शिकायत दर्ज कराने के लिए सदर अस्पताल मुंगेर ने एक हेल्प लाइन नंबर 8544421568 और काॅल कर सकते हैं।  

प्रसव के बाद छह महीने तक बीमार प्रसूति एवम उसके नवजात शिशु को मिलेगी नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं  :- 
सुमन कार्यक्रम के तहत प्रसव के बाद आवश्यकतानुसार बीमार प्रसूती और शिशु को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग लगातार ऐसी प्रसूतिऔर शिशु का देखरेख करता हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता महिला के घर जाकर उनका स्वास्थ्य का हाल जानेगी और वर्तमान स्थिति की जानकारी स्थानीय पीएचसी को देगी। इन सेवाओं का शत-प्रतिशत लाभ लोगों मिले इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा। कार्यक्रम के तहत रेफरल सुविधाओं को और भी मजबूत किया जाएगा। इसके लिए किसी भी महत्वपूर्ण मामले की आपात स्थिति के एक घंटे के भीतर स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने की गुंजाइश के साथ रेफरल सेवाओं का आश्वासन दिया जाएगा। जिसमें लाभार्थी को घर से अस्पताल तक पहुंचने के लिए एम्बुलेंस की भी सुविधा शामिल है। जटिलताओं के मामले एवं सिजेरियन प्रसव पर नि: शुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।

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