स्वास्थ्य

मुंगेर जिला भर में कुल 231 महिलाओं ने अपनाया परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सबकुटेनियस कि सुविधा 

 – इनमें से कुल 9 महिलाओं ने लिया एमपीए सब सबकुटेनियस का दूसरा डोज 

– एपीएचसी गढ़ीरामपुर पर सर्वाधिक 71 महिलाओं ने अपनाया एमपीए सबकुटेनियस कि सुविधा 

मुंगेर-  जिला भर में कुल 231 महिलाओं ने अपनाया परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सबकुटेनियस कि सुविधा । इनमें से कुल 9 महिलाओं ने एमपीए सब सबकुटेनियस का दूसरा डोज भी ले लिया है। इस आशय कि जानकारी डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने दी। उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक मुहिम के तहत परिवार नियोजन के स्थाई साधन को बढ़ावा देने के लिए जहां लगातार हर तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं परिवार नियोजन के अस्थाई साधन को सरल, सुरक्षित और कारगर बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं ।इसी सिलसिले में परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में शामिल कंडोम, कॉपर टी, अंतरा इंजेक्शन के बाद अब एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा शुरू की गई है। यह सुविधा परिवार नियोजन के अन्य साधनों से काफी सरल, सुरक्षित, बेहतर और कारगर है। राज्य सरकार के द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुंगेर और शेखपुरा जिला में एमपीए कुटेनियस कि सुविधा शुरू की गई है। डिस्ट्रिक्ट कम्यूनिटी मॉबेलाइजर (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल मुंगेर में अभी तक कुल कुल 22 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा अपनाया है। इसी तरह जमालपुर पीएचसी में कुल 61 महिलाओं, एपीएचसी गढ़ीरामपुर में कुल 71 महिलाओं ने एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा अपनाया। इनमें से कुल 5 महिलाओं ने एमपीए सब कुटेनियस का दूसरा डोज भी ले लिया है। इसी तरह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इंद्रुरुख पश्चिम में कुल 35 महिलाओं ने इस सुविधा को अपनाया हैं जिसमें से 4 महिलाओं ने दूसरा डोज भी ले लिया है। इसी तरह से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पड़हम में कुल 42 महिलाओं ने परिवार नियोजन के नए साधन एमपीए सब कुटेनियस को अपनाया है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सब कुटेनियस को अपनाने से शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है। इसका इस्तेमाल भी काफी आसान है। यह स्लो रिलीज काम करता है। इसके इस्तेमाल से बच्चों में अंतर रखने को इच्छुक महिला तीन महीना तक निश्चित रूप से गारंटी के साथ फ्री रह सकती है। इसका डोज भी एमपीए अंतरा कि तुलना में कम है। स्वास्थ्य विभाग कि सहयोगी संस्था पीएसआई के जिला समन्वयक कौशल कुमार सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए अंतरा के नए रूप एमपीए सब कुटेनियस का इस्तेमाल काफी सरल, सुरक्षित और कारगर है। एमपीए अंतरा का इंजेक्शन जहां महिलाओं के मांसपेशियों में दी जाती है वहीं सब कुटेनियस को महिलाओं के मसल और स्किन के बीच में दिया जाता है। इसमें दवाई पहले से लोडेड रहता है इसलिए इसको महिलाओं को लगाने आई लाने – ले जाने में काफी सहूलियत होती है। परिवार नियोजन के लिए महिलाओं को एमपीए सब कुटेनियस लगाने पर आशा और लाभार्थी दोनों को एक समान 100-100 रुपए कि प्रोत्साहन राशि भी जाती है। उन्होंने बताया कि सिर्फ फरवरी के महीने में जिला भर में कुल 71 महिलाओं ने एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा अपनाया है। इनमें से 9 महिलाओं ने इसका  इसका दूसरा डोज भी ले लिया है।

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