स्वास्थ्य

फाइलेरिया उन्मूलन • कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी देकर स्कूली बच्चों को किया गया जागरूक

– पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क की टीम के सहयोग से बच्चों को किया गया जागरूक
– गोगरी प्रखंड के गौछारी स्थित एक ही परिसर में संचालित केबीसी इंटर स्कूल और आदर्श मध्य विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
– 260 स्कली बच्चे और 20 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यक्रम में हुए शामिल

खगड़िया, 15 दिसंबर, 2022
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले भर में शुरू होने वाले एमडीए अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग अभी से आवश्यक और जरूरी तैयारी में जुट गया है। ताकि शुरू होने वाले अभियान की जानकारी सामुदायिक स्तर पर पहुँच सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। इसी कड़ी में गोगरी प्रखंड के गौछारी गाँव में एक ही परिसर में संचालित केबीसी इंटर स्कूल और आदर्श मध्य विद्यालय में गुरूवार को पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क की टीम के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर स्कूली बच्चे सहित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं को जागरूक किया गया। जिसमें फाइलेरिया के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी दी गई और जिले में फाइलेरिया के खिलाफ शुरू होने वाले एमडीए अभियान के दौरान अपने-अपने माता-पिता को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर केबीसी इंटर स्कूल के प्राचार्य अनिल कुमार, आदर्श मध्य विद्यालय के मतिकांत कुमार, शिवगंगा पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क का टीम लीडर कुंदन कुमार झा आदि मौजूद थे।

– फाइलेरिया से बचाव के लिए दी गई आवश्यक और जरूरी जानकारी :
केबीसी इंटर स्कूल के प्राचार्य अनिल कुमार ने बताया, जागरूकता कार्यक्रम में कुल 260 छात्र-छात्राएँ एवं 20 शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। जिसके दौरान बताया गया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानी बरतनी है। इसके कारण और लक्षण समेत अन्य जरूरी जानकारी दी गई। साथ ही फाइलेरिया होने पर क्या करना चाहिए समेत अन्य जानकारी दी गई। इससे बचाव के लिए दवाई का सेवन और साफ-सफाई का ख्याल रखने को लेकर भी बच्चों को जागरूक किया गया।

– पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क की टीम के सहयोग से किया गया जागरूक :
आदर्श मध्य विद्यालय, गौछारी के एम एम मतिकांत कुमार ने बताया, पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क की टीम के सहयोग से विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके दौरान पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क के मेंबर द्वारा अपने अनुभव का साझा करते हुए मौजूद बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया गया गया। जिसमें बताया गया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, बचाव के लिए दवाई का सेवन कितना जरूरी है आदि जरूरी और आवश्यक जानकारी दी गई। वहीं, उन्होंने बच्चों को फाइलेरिया से बचाव से संबंधित जानकारी देते हुए बताया, एमडीए अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता द्वारा खिलाई जाने वाली दवा निश्चित रूप से सेवन करें और फाइलेरिया के प्रभाव से दूर रहें।

– फाइलेरिया से प्रभावित अंग का विशेष देखभाल और साफ-सफाई जरूरी :
शिवगंगा पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क का टीम लीडर कुंदन कुमार झा ने बताया, फाइलेरिया से प्रभावित अंग का विशेष देखभाल और साफ-सफाई का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। फाइलेरिया संक्रमित होने पर व्यक्ति को हर महीने एक-एक सप्ताह तक तेज बुखार, पैरों में दर्द, जलन, के साथ बेचैनी होने लगती है। एक्यूट अटैक के समय मरीज को पैर को साधारण पानी में डुबाकर रखना चाहिए या भीगे हुए धोती या साड़ी को पैर में अच्छी तरह लपेटना चाहिए। वहीं, उन्होंने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को निश्चित रूप से दवाई का सेवन करना चाहिए।

– फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसील (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।

– फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
– सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
– घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
– अल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।

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