गवर्मेंट इंजीनियरिंग काॅलेज शेखपुरा एमडीए/आईडीए अभियान को चलाया गया जागरुकता कार्यक्रम
– फाइलेरिया उन्मूलन • इंजीनियरिंग काॅलेज के अध्यापकों और छात्रों को आज आज खिलाया जाएगा फाइलेरिया रोधी दवा
– काॅलेज के छात्रों को दवाई का सेवन से होने वाले फायदे,
फाइलेरिया के कारण, लक्षण और इससे बचाव की दी गई जानकारी
शेखपुरा- शुक्रवार को गवर्मेंट इंजीनियरिंग काॅलेज शेखपुरा में वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुंदर कुमार के नेतृत्व में एमडीए/आईडीए अभियान को लेकर जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। जिसके तहत काॅलेज के अध्यापकों एवं छात्रों को फाइलेरिया से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें फाइलेरिया के कारण, लक्षण और इससे बचाव समेत फाइलेरिया क्या, कैसे और क्यों होता है समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। साथ ही फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन कितना जरूरी है, दवाई के सेवन से क्या फायदे हैं, यह भी बताया गया। इस मौके पर पीएसआई के जिला समन्वयक अरविंद कुमार श्रीवास्तव, भीडीसीओ नेहा कुमारी, माइक्रोबायो लाॅजिस्ट कुमार, काॅलेज के प्रिंसिपल डाॅ. जयशंकर प्रसाद केसरी, एनएसएस नोडल पदाधिकारी प्रोफेसर विनय कुमार, प्रोफेसर अविनाश कुमार आदि मौजूद थे। – इंजीनियरिंग काॅलेज में आज चलेगा एमडीए अभियान : वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुंदर कुमार ने बताया, काॅलेज में जागरूकता कार्यक्रम के दौरान काॅलेज के प्रिंसिपल ने शनिवार को एमडीए/आईडीए अभियान चलाने के लिए सहमति दी। शनिवार को काॅलेज में बूथ लगाकर काॅलेज के सभी अध्यापकों और बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल, डीईसी और आइवरमेक्टीन की दवा का सेवन कराया जाएगा। साथ ही अन्य लोगों को भी दवाई के सेवन के प्रति प्रेरित करने के लिए करने जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा फाइलेरिया से बचाव के लिए अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी भी दी जाएगी। – शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन सुनिश्चित कराने पर दिया जा रहा है जोर : पीसीआई के जिला समन्वयक अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया, जिले भर में 13 फरवरी से लगातार एमडीए/आईडीए अभियान चल रहा है। जिसके तहत स्वास्थ्य टीम द्वारा एक-एक व्यक्ति को चिन्हित कर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा रहा है। एक भी व्यक्ति दवाई का सेवन से वंचित नहीं रहे, इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके आवश्यकतानुसार जगह-जगह बूथ लगातार कैम्प मोड में लोगों को दवाई का सेवन कराई जा रही है। वहीं, उन्होंने बताया, फाइलेरिया एक विकृत बीमारी है, जो मानव को दिव्यांग तक बना देता है। इससे बचाव का एकमात्र विकल्प और सबसे बेहतर उपाय दवाई का सेवन है। इसलिए, इस बीमारी से बचाव के लिए सभी को दवा का सेवन करना चाहिए।