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अक्षय पात्र फाउंडेशन ने सरकारी स्कूलों के बच्चों की पढाई को सहयोग देने के लिए डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम लांच किया

गाजियाबाद-
अक्षय पात्र फाउंडेशन और आदिश एंड आशा जैन फाउंडेशन ने डिजिटल शिक्षा पहल के लांच के उपलक्ष्य में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, विजयनगर, गाजियाबाद के 70 स्टूडेंट्स को एंड्राएड टैबलेट प्रदान करने के लिए साझेदारी की है। अक्षय पात्र कॉर्पोरेट दानकर्ताओं और वायजूस के साथ मिलकर इस पहल को लागू कर रहा है ताकि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से ताल्लुक रखने वाले स्टूडेंस को मुफ्त में अच्छी और आधुनिक शिक्षा प्रदान कर डिजिटल अंतर को कम किया जा सके और डिजिटल समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके।
आदिश जैन और आशा जैन इस लांच कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। यह कार्यक्रम अक्षय पात्र फाउडेंशन के नेशनल प्रेसिडेंट एवं ट्रस्टी भरतारशाभा दासा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
अपनी सीएसआर पहल के अंतर्गत आदिश जैन और आशा जैन मुख्य रूप से शिक्षा,स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, कौशल विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अपने सीएसआर प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए, आदिश जैन और आशा जैन अब यह अक्षय पात्र के डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम में भी योगदान दे रहे हैं। यह कार्यक्रम समावेशन पर फोकस करते हुए प्रतिस्पर्धा-आधारित पढ़ाई को बढ़ावा दे रहा है और डिजिटल भारत के सरकार के सपने में योगदान कर रहा है।
हर टैबलेट में बायजूस का लर्निंग एप्लीकेशन पहले से इंस्टॉल है जिससे बच्चों को अच्छी गुणवत्ता के तकनीक द्वारा संचालित प्रोग्राम्स को एक्सेस कर सकते हैं। यह डिजिटल टैबलेट 11 वीं कक्षा के स्टूडेंट्स को दिए गए जिससे उन्हें जेईई तथा नीट संबंधी सामग्री तक पहुंच दी गई है। आदिश जैन ने कहा हमें अच्छी शिक्षा के लाभ पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिसके कारण हम अपना पेशेवर करियर बना सके और हमें एक अच्छा जीवन जीने का मौका मिला। अब हम अपने होमटाउन गाजियाबाद की मेधावी और निपुण लड़कियों की सहायता करना चाहते हैं। हम आशा करते हैं कि यह पहले अनेक लड़कियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने में सशक्त बनाएगी।
भऱतारशाभा दासा, नेशनल प्रेसिडेंट एवं ट्रस्टी, अक्षय पात्र फाउंडेशन का कहना है, हमारा लक्ष्य भारत का कोई भी बच्चा भूख के कारण, शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए हमारी इस धारणा के अऩुरूप है कि शिक्षा उन प्रमुख भागों में से एक है जो इस देश के खुशहाल भविष्य को निखार सकती है। हमारा मानना है कि इंटरनेट और उचित टेक्नोलॉजी तक पहुंच के अभाव के कारण किसी भी बच्चे को अशिक्षित नहीं रहना चाहिए। हम आदिश जैन और आशा जैने के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमारे इस डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम में अपना योगदान दिया। इन दोनों के सहयोग से हम बहुत कुछ करने और बच्चों के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लाने में सक्षम हुए हैं। हमें पक्का भरोसा है कि आने वाले सालों में दोनों संस्थानों के बीच होने वाले कई सहयोगों में अभी यह सिर्फ पहला सहयोग है।
अक्षय पात्र उन सीनियर सेकेंडरी विद्यार्थियों की सहायता करना चाहता है जो इंजीनियरिंग और मेडिकल के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षाओं में बैठना चाहते हैं। अक्षय पात्र इन स्टूडेंट्स को सपोर्ट करने के लिए शिक्षकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। ताकि उन्हें अच्छी तरह से अनुसंधानित शैक्षणिक सामग्री मुहैया कराई जा सके। इस पहल के तहत चुने हुए स्टूडेंट्स को उनकी पढ़ाई के लिए दो वर्षों की इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
कक्षा 9 से कक्षा 12 के विद्यार्थियों की सहायता के लिए बायजूस उन्हें डिजिटल शैक्षणिक सामग्री प्रदान करेगा। स्टूडेंट्स को गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, समाज शास्त्र और कॉमर्स जैसे विषयों के लिए अध्ययन सामग्री तक पहुंच देगा। स्टूडेंट्स् को नीट, जेईई और सीईटी जैसी प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी अध्ययन सामग्री दी जाएगी।
यह शिक्षण सामग्री सभी स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध होगी जिसमें आईसीएसई बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड के साथ साथ दूसरे राज्यों के शिक्षा बोर्ड जैसे गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, तेलगांना और पश्चिम बंगाल पर फोकस किया जाएगा।

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