स्वास्थ्य

नाईट ब्लड सर्वे की गुणवत्ता की जाएगी सुनिश्चित 

 • चयनित 24 जिलों के प्रखंडों के लैब टेक्नीशियन को किया जायेगा प्रशिक्षित 

• सचिव स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिए निर्देश

 पटना-

आगामी 10 फ़रवरी से “राष्ट्रीय फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम”, 2024 के प्रथम चरण में राज्य के 24 जिलों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) संचालित किया जाना है. इसके पूर्व नाईट ब्लड सर्वे के लिए चयनित जिलों के प्रखंड स्तर से 1-1 लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है. इस बाबत सचिव स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार संजय कुमार सिंह ने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिया है. सर्वे की गुणवत्ता की जाएगी सुनिश्चित:जारी पत्र में बताया गया है कि नाईट ब्लड सर्वे की गतिविधि की गुणवत्ता अत्यंत महत्वपूर्ण है . इसी के प्रतिवेदन के आधार पर प्रखंड का चयन एमडीए के लिए किया जाता है. पिछले चक्रों में प्रत्येक जिले से 1-1 लैब टेक्नीशियन को क्षेत्रीय कार्यालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया था. यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर लैब टेक्नीशियन जिला स्तर पर प्रखंड स्तरीय लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण प्रदान करते थे, जिसमें गुणवत्ता का आभाव अभाव पाया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए 24 जिलों के सभी प्रखंड यथा शहरी एवं ग्रामीण से 1-1 लैब टेक्नीशियन को नमित कर छोटे-छोटे समूहों में मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी/ पैथोलॉजी डिपार्टमेंट के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं. फ़ाइलेरिया के प्रसार दर को पता करने के लिए नाईट ब्लड सर्वे जरुरी- डॉ. परमेश्वर प्रसाद फाइलेरिया के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने कहा कि रक्त के नमूनों को सही तरीके से एकत्रित कर उनकी जांच से उक्त प्रखंड में माइक्रो फ़ाइलेरिया दर का पता चलता है और इसी के आधार पर एमडीए अभियान को संचालित करने का निर्णय लिया जाता है. पिछले राउंड के नाईट ब्लड सर्वे से यह ज्ञात हुआ था कि राज्य के तीन जिलों यथा मधेपुरा, किशनगंज एवं अररिया में माइक्रो फ़ाइलेरिया दर 1 % से कम पाया गया था और उक्त जिलों में एमडीए अभियान संचालित नहीं किया गया था. नाईट ब्लड सर्वे की सफलता एमडीए कार्यक्रम को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए बेहद जरुरी है. उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रखंड में माइक्रो फ़ाइलेरिया दर 1% से कम पायी जाती है तो उक्त प्रखंड में एमडीए अभियान नहीं संचालित किया जाता है. गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण से लैब टेक्नीशियन नाईट ब्लड सर्वे को बेहतर तरीके से संपादित करने में मदद मिलेगी.  इन जिलों में चलेगा एमडीए अभियान:10 फ़रवरी से राज्य के 24 जिले जहाँ एमडीए अभियान संचालित किया जाना हैं , वह जिले हैं- गोपालगंज, कैमूर, सिवान, सीतामढ़ी, बेगुसराय, बांका, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, औरंगाबाद, गया, सारण, अरवल, खगड़िया, वैशाली, मुजफ्फरपुर, शिवहर, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, जहानाबाद, शेखपुरा, सहरसा, सुपौल एवं कटिहार.

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