स्वास्थ्य

घर-घर जाकर धातृ महिलाओं को स्तनपान और सुपोषण का महत्व समझा रही है महिला पर्यवेक्षिका अन्नू कुमारी

– क्षेत्र भ्रमण के दौरान नवविवाहित स्त्री और गर्भवती महिलाओं को खानपान में पोषक तत्वों से युक्त भोजन करने की देती है सलाह
– बड़हिया नगर पंचायत के जैतपुर आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 42 पर शारीरिक रूप से कमजोर नवजात बच्ची को चिह्नित कर सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में कराया भर्ती

लखीसराय, 17 मार्च | जिले के बड़हिया नगर पंचायत क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका अन्नू कुमारी लगातार अपने क्षेत्र में भ्रमण कर नवविवाहित महिला और गर्भवती महिलाओं को अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए पोषक तत्वों से युक्त भोजन जैसे हरी साग- सब्जी, दाल, मौसमी फल, दूध, मांस- मछली और अंडा खाने की सलाह देती है। वो इन महिलाओं को समझाती है कि पोषक तत्वों से युक्त भोजन लेने से उनमें खून की कमी या एनीमिया नहीं होगी और खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी पर्याप्त रहेगी| ताकि आने वाले दिनों में उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। इसके साथ ही वो घर- घर जाकर धातृ महिलाओं से मिलकर उन्हें अपने अपने बच्चे को कम से कम छह महीने तक स्तनपान कराने और उसके बाद ही स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार के रूप में हल्का खाना खिलाने के लिए प्रेरित करती हैं। इन माताओं को अपने शरीर को भी पूरी तरह से स्वस्थ्य रखने के लिए पोषक तत्वों से युक्त खाना खाने के लिए जागरूक करती हैं ताकि वो और उनके बच्चे में कुपोषण कि कोई शिकायत न हो।
कुपोषण से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेने के लिए समझाती हैं
महिला पर्यवेक्षिका अन्नू कुमारी ने बताया कि घर- घर जाकर महिलाओं को स्तनपान और कुपोषण से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेने के लिए समझाने के दौरान उन्हें कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है| कुछ महिलाएं समझती हैं और कुछ सुनकर भी ध्यान नहीं देती हैं । बावजूद इसके वो बार- बार इन महिलाओं के घर जाकर उन्हें इन सब के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार काम कर रही हैं बताया कि महिलाओं से अपने आसपास की महिलाओं को स्तनपान और पोषक आहार के बारे में बताने की भी अपील करती हैं ताकि कोई भी महिला और उसका बच्चा कुपोषण का शिकार न हो जाये।
कुपोषण की शिकार नवजात बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के एसएनसीयू में कराया भर्ती :
महिला पर्यवेक्षिका अन्नू कुमारी ने बताया कि बड़हिया नगर पंचायत के अनुसूचित जाति सामुदायिक भवन स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 42 पर भ्रमण के दौरान मैंने देखा कि पिंटू पासवान और सोनी देवी की 0 से 01 दिन की नवजात बच्ची जिसका वजन मात्र 1किलो 700 ग्राम था गंभीर रूप से कुपोषण की शिकार थी। उसकी मां भी शारीरिक रूप से बहुत कमजोर थी। मैने बच्ची की माँ- बाप को बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल लखीसराय स्थित स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट में भर्ती कराने की सलाह दी और साथ लेकर एसएनसीयू में भर्ती करवाये । यहां 14 दिनों तक इलाज होने के बाद बच्ची स्वस्थ्य हुई और उसका वजन भी 2 किलो से ऊपर हो गया। इसके बाद मैने बच्ची की मां को भी खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए भोजन में पोषक तत्वों से युक्त आहार लेने की सलाह दी| ताकि वो और उसकी बच्ची दोनों स्वस्थ्य और कुपोषण से मुक्त रह सके।

बड़हिया नगर पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 89 पर कुपोषण की शिकार डेढ़ साल की बच्ची को चिह्नित कर एनआरसी में कराया भर्ती :
उन्होंने ताया कि नगर पंचायत बड़हिया के वार्ड 13 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 89 पर भ्रमण के दौरान अरविंद शाव और जुली कुमारी की डेढ़ वर्षीय बच्ची सोनम कुमारी कुपोषण की शिकार दिखी । फिर मैंने बच्ची के मां- बाप से बातकर उसे कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए सदर अस्पताल लखीसराय स्थित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र ( एनआरसी) में भर्ती कराने की सलाह दी | साथ ही उसे अपने साथ लेकर एनआरसी में भर्ती करवाया। वहां कुछ दिनों तक नियमित खानपान और इलाज के बाद बच्ची कुपोषण की समस्या से मुक्त हुई और उसके वज़न में भी सुधार हुआ।

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